टीएनपी डेस्क: हर दिन टेक्नोलॉजी में नए नए अपडेट्स देखने को मिल रहे हैं. स्मार्टफोन हो या फिर कोई भी गैजेट्स लोगों की सुविधाओं के अनुसार उसे अपड़ेट किया जा रहा है. इन्हीं में से एक है ईयरबड्स, ईयरफोन या हेडफोन. इन गैजेट्स का इजाद बाहरी दुनिया में हो रहे शोरगुल से बचने के लिए किया गया है. आजकल हर किसी के कान और गले में ये गैजेट्स आसानी से देखने को मिल जाते हैं. खासकर तो यंगस्टर्स में ईयरबड्स, ईयरफोन या हेडफोन लगाने का ट्रेंड ज्यादा देखा जाता है. फैशनेबल दिखने के लिए भी यंगस्टर्स इन गैजेट्स का इस्तेमाल करते हैं. हालांकि, ये गैजेट्स आपको बाहरी शोरगुल से तो दूर रखते ही हैं और अगर आपको बिना किसी को तंग किए म्यूजिक सुनना हो, फिल्म देखना हो या फिर गेम खेलना हो तो भी आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. कॉलेज ऑफिस आने-जाने से लेकर किसी भी ट्रिप पर जाना हो या फिर अकेले खुद की ही कंपनी को क्यों न इन्जॉय करना होगा ये गैजेट्स हर तरफ से मददगार होते हैं. लेकिन, हर चीज की तरह इसके भी साइड इफेक्टस होते हैं. अगर आप ईयरफोन का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं तो समय रहते सावधान हो जाएं. क्योंकि, ये ईयरफोन न केवल आपकी सुनने की क्षमता को कम करता है बल्कि आपके कान दर्द, सिर दर्द और कई अन्य तकलीफों का कारण भी बन सकता है. इस आर्टिकल में जानिए की लंबे समय तक ईयरफोन का इस्तेमाल करने से आपको क्या क्या नुकसान झेलने पड़ सकते हैं.
ईयरफोन लगाने से हो सकते हैं ये नुकसान
बहरापन: आजकल के यंगस्टर्स कानों में ईयरफोन या हेडफोन लंबे समय तक लगा कर रखते हैं. इतना ही नहीं, वे लाउड साउन्ड में ही म्यूजिक सुनना पसंद करते हैं. लंबे समय से कानों में ईयरफोन पर बजने वाले लाउड म्यूजिक से आपकी सुनने की क्षमता धीरे धीरे कम होने लगती है. यह लाउड साउन्ड आपके कान के पर्दों को फाड़ सकता है और आप बहरे भी हो सकते हैं.
सिर दर्द: ईयरफोन या हेडफोन से इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव निकलता है जिसका बुरा असर सीधा हमारे दिमाग पर पड़ता है. ईयरफोन या हेडफोन में लाउड म्यूजिक सुनने या इस का ज्यादा इस्तेमाल करने से आपको सिर दर्द या माइग्रेन की दिक्कत हो सकती है. यहां तक कि आप स्लीप एपनिया (नींद न आने की बीमारी) के भी शिकार हो सकते हैं.
दिल की बीमारी: न केवल कान और सिर के लिए बल्कि घंटों हेडफोन लगाने से आपके दिल पर भी काफी बुरा प्रभाव पड़ेगा. दिल की धड़कन तेज होने के साथ साथ कई तरह का नुकसान भी हो सकता है.
कान में इन्फेक्शन: बहरेपन के अलावा कान में इन्फेक्शन की समस्या भी हो सकती है. क्योंकि, ईयरफोन कान के एयर पैसेज में बाधा डालता है, जो कानों में बैक्टीरिया के साथ साथ अलग अलग तरह की इन्फेक्शन का कारण बनता है. कान में इन्फेक्शन हो जाने से इसका असर आंखों पर भी पड़ता है.
ऐसे रखें अपने कानों का ध्यान
- ज्यादा लंबे समय तक कानों पर ईयरफोन या हेडफोन न लगा कर रखें.
- ज्यादा साउन्ड में म्यूजिक न सुने. डिवाइस का साउन्ड लेवल हमेशा 50-60% पर ही रखें उससे ज्यादा न करें.
- साउन्ड लेवल कम रखने पर भी ज्यादा देर तक कानों में ईयरफोन या हेडफोन न लगा कर रखें.
- पब्लिक जगह या ट्रांसपोर्ट में शोर गुल ज्यादा होता है. ऐसे में ईयरफोन लगाने पर कान को दोहरा नुकसान हो सकता है. इसलिए बाहरी जगहों पर ईयरफोन को लगाने से बचें.