टीएनपी डेस्क(TNP DESK):हमारे देश में अब महिलाओं और पुरुषों को बराबर का हक दिया जाता है. जिसमें सभी को समान रूप से शिक्षा और स्वतंत्र रूप से जीवन जीने का अधिकार मिलता है. महिलाएं भी पुरुषों से कंधा मिलाकर घर के साथ बाहर की भी जिम्मेदारियां संभालती हैं. और सरकारी और प्राइवेट क्षेत्र में नौकरी करती हैं. देश की कामकाजी महिलाओं को लेकर सरकार की ओर से हमेशा से सुविधा प्रदान करने की कोशिश की जाती है. और तरह-तरह के कानून और नियम बनाए जाते हैं. जिसमें उनके स्वास्थ्य और अधिकार को ध्यान में रखा जाता है. जिसमें कुछ सालों पहले 2016 को 2017 में मातृत्व अवकाश को संसद में पारित किया गया था. जिसके तहत पहले 12 सप्ताह के वैतनिक मैटरनिटी लीव को बढ़ाकर 26 सप्ताह कर दिया गया था. लेकिन अब इसको 26 सप्ताह से बढ़ाकर 52 सप्ताह करने पर विचार किया जाता है.
FICCI की महिला संगठन FLO ने बयान किया जारी
लीव को 52 सप्ताह यानि पूरे 9 महीने करने से महिलाओं को और सुविधा मिलेगी. (FICCI) यानी भारत के वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ की महिला संगठन FLO ने एक बयान में बताया कि प्राइवेट और सरकारी क्षेत्रों में काम करनेवाली महिलाओं को मौजूदा मैटरनिटी लीव को 6 महीने से बढ़ाकर 9 महीने करने को लेकर बैठक कर विचार किया जाना चाहिए.
रिपोर्ट-प्रियंका कुमारी