टीएनपी डेस्क: भारत में केले के पत्तों को पूजा पाठ के लिए शुद्ध माना जाता है. भारत के अलग अलग क्षेत्रों में केले के पत्तों का इस्तेमाल अलग अलग तरीके से किया जाता है. खासकर दक्षिण भारत में केले के पत्तों का इस्तेमाल खाना खाने के लिए किया जाता है. यहां अब तक खाना खाने के लिए प्लेट की जगह केले के पत्ते ही इस्तेमाल किए जाते हैं. केले की तरह ही केले के पत्तों में मैग्नीशियम, सेलेनियम, कैल्शियम, पोटेशियम और डाइट्री फाइबर और एंटीबैक्टीरियल जैसे कई गुण पाए जाते हैं, जो हमारी सेहत के लिए काफी लाभदायक होते हैं. ऐसे में केले के पत्तों पर खाना खाने या उसे उबालकर पानी पीने और चबाकर खाने से सेहत को काफी फायदा होता है. इस आर्टिकल में पढिए केले के पत्तों के फायदे.
इम्यूनिटी होती है स्ट्रॉग: पॉलीफेनोल्स नामक एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी केले के पत्तों में पाए जाते हैं. ये विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट हमारे इम्यून सिस्टम को स्ट्रॉग करने के साथ साथ कई बीमारियों से भी बचाते हैं.
गले की खराश को करता है दूर: केले की पत्तियां गले में खराश को दूर करने के साथ साथ अस्थमा जैसी बीमारी को ठीक करने में मदद करती हैं. गले के खराश को ठीक करने के लिए दिन में 2 बार केले के सूखे पत्ते को पानी में उबाल कर पीने से गले को बहुत जल्द आराम मिलता है.
बुखार में लाभकारी: केले के पत्तों को उबाल कर उसके पानी में थोड़ा सा शहद मिला कर दिन में 3-4 बार पीने से बुखार में काफी फायदेमंद होता है. यह शरीर के तापमान को कम करता है.
पेचिश में लाभकारी: आंत में सूजन हो जाने के कारण पेचिश की बीमारी हो जाती है. केले के पत्तों का काढ़ा बना कर दिन में एक बार पीने से आंत की सूजन दूर हो जाती है.
त्वचा रहती है स्वस्थ: केले के पत्तों को अच्छी तरह से पीस कर चेहरे और पूरे शरीर में लगाने से स्किन की सुंदरता बढ़ती है. साथ ही चेहरे पर होने वाले मुहांसे और पिम्पल्स भी कम होते हैं.
बालों के लिए लाभकारी: बालों में होने वाले डैन्ड्रफ और खुजली को दूर करने के लिए भी आप केले के पत्तों का इस्तेमाल कर सकते हैं. केले के पत्तों को अच्छी तरह से पीस कर एक पेस्ट की तरह बना लें. फिर पेस्ट को बालों पर लगा कर आधे घंटे के लिए छोड़ दें. इसके बाद पानी से धो लें. इससे आपको डैन्ड्रफ से छुटकारा मिलेगा.