टीएनपी डेस्क: अपने विवादित बयानों से हमेशा विवादों में घिरे रहने वाली कंगना रनौत एक बार फिर से चर्चे में हैं. कंगना की अपकमिंग फिल्म ‘इमरजेंसी’ (Emergency) पर खतरा मंडरा रहा है. 6 सितंबर को रिलीज होने से पहले ही फिल्म इमरजेंसी सवालों के घेरे में आ गई है. पंजाब में शुरू हुआ बवाल अभी तक शांत नहीं हुआ की अब तेलंगाना में भी इस फिल्म पर बैन लगाने की मांग उठ रही है. ये मांग सिख समुदायों द्वारा की जा रही है. दरअसल, इस फिल्म को लेकर सिख समुदायों द्वारा उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया जा रहा है. सिख समुदायों द्वारा आपत्ति जताते हुए इस फिल्म पर बैन लगाने की मांग की जा रही है.
फिल्म में गलत तरीके से दिखाई गई है सिख समुदाय की छवि
सबसे पहले पंजाब में सिख समुदाय ने इस फिल्म को लेकर सवाल खड़ा किया था. उनका कहना है कि, कंगना रनौत की इस अपकमिंग फिल्म ‘इमरजेंसी’ में सिख समुदाय की छवि को ऐतिहासिक रूप से गलत तरीके से दिखाया जा रहा है. जिससे उन्हें ठेस पहुंची हैं. उनका कहना है कि, अगर ये फिल्म रिलीज होती है तो समाज में सिख समुदायों की छवि को नुकसान पहुंच सकता है. इसलिए वे इस फिल्म पर बैन लगाने की मांग कर रहे हैं. ऐसे में अब पंजाब के बाद तेलंगाना के सिख भी इस फिल्म का विरोध कर रहे हैं. इसके लिए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति SGPC द्वारा फिल्म प्रोड्यूसर को लीगल नोटिस भी भेजा गया था.
तेलंगाना सरकार से फिल्म पर बैन लगाने की मांग कर रहे सिख समुदाय
वहीं, तेलंगाना के सिख संगठन ने इस फिल्म पर बैन लगाने के लिए राज्य सरकार के सलाहकार मोहम्मद अली शब्बीर से मुलाकात की है. साथ ही संगठन द्वारा सरकार को एक पत्र भी सौंपी गई है, जिसमें लिखा गया है कि, कंगना रनौत की रिलीज होने वाली फिल्म ‘इमरजेंसी’ में सिखों को देश विरोधी के रूप में दिखाया गया है, जो पूरे सिख समाज के लिए अपमानजनक है. इस फिल्म के रिलीज होने से सिखों की छवि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. वहीं, सिख संगठन के साथ बातचीत करने के बाद राज्य सरकार के सलाहकार मोहम्मद अली शब्बीर ने तेलंगाना सीएम रेवंत रेड्डी से इस फिल्म पर बैन लगाने को लेकर विचार करने को अनुरोध किया है. हालांकि, इसे लेकर अब तक कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया है.
एक साल में तीन बार टल चुकी है फिल्म की रिलीज
बता दें कि, कंगना रनौत ने अपने आने वाली फिल्म ‘इमरजेंसी’ की घोषणा साल 2021 में ही कर दी थी. इसके साथ एक्ट्रेस ने यह भी साफ कर दिया था की ये फिल्म दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की बायोपिक नहीं होगी बल्कि बस एक पॉलिटिकल ड्रामा है. इस फिल्म में मुख्य किरदार निभाने के साथ साथ कंगना ने इस फिल्म का निर्देशन भी किया है. वहीं, इस फिल्म की रिलीज डेट एक साल में तीन बार बदल चुकी है और 6 सितंबर को रिलीज होने पर फिल्म पर बैन का खतरा मंडरा रहा है.