टीएनपी डेस्क: आजकल कई तरह के स्कैम हो रहे हैं. इसमें ज्यादातर डिजिटल अरेस्ट के मामले देखने को मिल रहे हैं. साइबर ठग, पुलिस अधिकारी या आरबीआई अधिकारी बन आसानी से लोगों को बेवकूफ बना कर उन्हें डरा-धमकाकर उनसे लाखों रुपए ठग रहे हैं. कई मामले भी डिजिटल अरेस्ट के दर्ज हो रहे हैं. लेकिन हद तब हो गई जब साइबर ठग नकली पुलिस बन असली पुलिस को भी कॉल कर रहे हैं. मध्य प्रदेश के इंदौर से ऐसा ही एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां एक ठग ने नकली पुलिस बन असली पुलिस को वीडियो कॉल लगा दिया. जिसके बाद असली पुलिस को देख उसके होश ही उड़ गए.
दरअसल, यह घटना शहर के एडिशनल डीसीपी (ADCP) राजेश दंडोतिया के साथ घटित हुई है. जब स्कैमर ने उन्हें कॉल किया तब ADCP मीडिया को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्हें एक अनजान नंबर से कॉल आया. जब ADCP ने कॉल उठाया तो स्कैमर ने खुद को बैंक कस्टमर केयर अधिकारी बता कर कहा कि, उन्होंने मुंबई में क्रेडिट कार्ड बनवाया था. क्रेडिट कार्ड का बकाया अब 1 लाख रुपए से अधिक हो गया है. इतना ही नहीं, क्रेडिट का गलत इस्तेमाल भी किया जा रहा है.
डिजिटल अरेस्ट करने की कोशिश
जिसके बाद स्कैमर कि बात पर ADCP ने कहा कि, उनके द्वारा मुंबई में किसी तरह का क्रेडिट कार्ड नहीं बनवाया गया है. इस पर स्कैमर उनपर दबाव बनाने लगा और कहा कि, यह बात वह स्वीकार करें नहीं तो मुंबई पुलिस को कंप्लेंट ट्रांसफर कर दी जाएगी. जिसके बाद ADCP ने बात मानने से इंकार कर दिया तो स्कैमर ने मुंबई पुलिस की धमकी देकर कहा कि मुंबई क्राइम ब्रांच में कंप्लेन कर दी गई है. इसके बाद कुछ देर तक तो ADCP पर मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बन दबाव बनाया गया. ADCP को कहा कि, अगर वे 2 घंटे में मुंबई नहीं पहुंचे तो उन पर कानूनी कार्रवाई होगी. साथ ही स्कैमर ने ADCP को अपना बयान वीडियो कॉल पर नोट करवाने को कहा.
असली पुलिस देख उड़े होश
वहीं, स्कैमर ने जब ADCP को वीडियो कॉल किया तो ADCP दंडोतिया खुद पुलिस की वर्दी में थे. वहीं, स्कैमर खुद को मुंबई पुलिस कमिश्नर बता रहा था. जब ADCP ने स्कैमर को कहा कि वह खुद क्राइम ब्रांच में हैं और उनकी बातें रिकॉर्ड हो रही हैं. जिस तरह से तुमलोग सबको अपना निशाना बना रहे हो अब इस रिकॉर्डिंग से सभी को जागरूक किया जाएगा. वहीं, ADCP की ये बातें सुनते ही स्कैमर ने झट से फोन ही काट दिया.