टीएनटी डेस्क (TNP DESK): खड़कपुर रेलवे स्टेशन से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आ रहा है. दरअसल एक सनकी व्यक्ति ट्रेन के गार्ड से चाकू की नोक पर ट्रेन चलाने की मांग करने लगा. जिसके बाद किसी तरह गार्ड ने आरपीएफ और जीआरपीएफ को इस घटना की जानकारी दी. इसके बाद रेलवे पुलिस द्वारा आरोपी व्यक्ति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
जानिए क्या है पूरा मामला
आपको बता दें कि 16 अप्रैल की रात करीब 11 बजे कोयले से लदी ट्रेन संख्या संख्या-ई/एन आरसीएलएम को ग्रीन सिग्नल के अभाव में खड़गपुर स्टेशन के होम सिगनल पर रोका गया था. उसी बीच रात करीब 11:20 में अचानक एक व्यक्ति चाकू लेकर आया और गार्ड ब्रेक वैन के अंदर घुस गया . घुसने के बाद गार्ड ब्रेक वैन के दोनों दरवाजे अंदर से बंद कर लिया. जिसके बाद उसने ट्रेन गार्ड जनक साहू से ट्रेन को हावड़ा तक और फिर अपने गृह नगर तक चलाने की मांग की. साथ ही उसने ट्रेन के गार्ड को ब्रेक वैन का दरवाजा नहीं खोलने की धमकी दी, नहीं तो वह उस पर हमला कर देगा. जिसके बाद ट्रेन 10:35 में उस स्थान से शुरू हुई और 10:42 बजे खड़कपुर स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 7 पहुंची. खड़गपुर स्टेशन पहुंचते ही ट्रेन गार्ड ने अपनी वॉकी टॉकी से बड़ी चालाकी पूर्ण एसएमआर/केजीपी को इस मामले की जानकारी दी. इस बात की सूचना जैसे ही रेलवे पुलिस प्रशासन को मिली पुलिस गार्ड को सुरक्षित बाहर निकालने में जुट गई.
गार्ड ने सूझबूझ से बचाई अपनी जान
बता दे कि सूचना मिलने ही इंस्पेक्टर,आरपीएफ केजीपी, आईसी,जीआरपी केजीपी अपने कर्मचारियों के साथ मौके पर पहुंचे और उस आदमी को दरवाजा खोलने और उसे मनाने की कोशिश में जुट गए. पुलिस द्वारा अपराधी को मनाने का काम करीब 2 घंटे यानी 17 अप्रैल की सुबह 1 बजे तक चला. रेल कर्मियों द्वारा जब अपराधी को मनाने का प्रयास किया जा रहा था उसी दौरान गार्ड बड़ी चालाकी से अपराधी को चकमा देकर वहां से निकलने में कामयाब हो गया. गार्ड के निकलते ही रेलवे पुलिस ने तुरंत अपराधी को गिरफ्तार कर लिया गया और गार्ड की जान बचा ली गई.
रेलवे पुलिस द्वारा आरोपी को किया गया गिरफ्तार
आपको बता दें कि रेलवे द्वारा ट्रेन गार्ड को बिना किसी शारीरिक चोट के बचा लिया गया है. जिसके बाद रेलवे पुलिस द्वारा आरोपी को पकड़कर पूछताछ की गई, पूछताछ के दौरान अपराधी ने अपना नाम और पता फारूक मिया उम्र 35 वर्षीय पुत्र इरशाद मिया निवासी गांव डालगांव, बीर पारा, थाना-फालाघाटा, जिला-जलपाईगुड़ी (पश्चिम बंगाल) बताया. जिसके बाद पुलिस द्वारा अपराधी की जांच की गई. जांच में पता चला है कि अपराधी पहले जलपाईगुड़ी के एक चाय बागान में मजदूरी करता था. फिर वह बंगलौर में मजदूरी करने चला गया. कुछ दिन पहले ही वह बेंगलुरू से गृहनगर लौटते समय वह खड़गपुर में उतर गया था और यहां आवारा की तरह इधर-उधर घूमता रहता था. फिलहाल पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर आरोपी के बारे में अभी और जानकारी इकट्ठा कर रही है.