नवादा(NAWADA): नवादा में बेपटरी हो चुकी स्वास्थ्य व्यवस्था से मरीजों की जान पर आफत बन आई है. आलम यह है कि मरीज अस्पताल भी नहीं पहुंचता है और उसे रेफर कर दिया जाता है. शहर के गढ़ पर मोहल्ला के शिवशंकर प्रसाद के पुत्र प्रिंस को ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने बिना देखे ही उसे रेफर कर दिया. हद तो यह कि मरीज अस्पताल भी नहीं पहुंचा था. वह रास्ते में ही था. एम्बुलेंस नहीं मिलने के कारण परिजन उसे ठेले पर लेकर अस्पताल जा रहे थे. लेकिन उसके अस्पताल पहुंचते पहुंचते डॉक्टर ने विम्स पावापुरी के लिए रेफर कर दिया. दरअसल मरीज के पिता पहले ही अस्पताल पहुंच गए थे. उन्होंने पर्ची कटवाई और बीमार बेटे के अस्पताल पहुंचने से पहले डॉक्टर के पास जाकर समस्या बताई. मर्ज सुनते ही चिकित्सक ने पर्ची ली और उसे रेफर कर दिया, जबकि मरीज ने अस्पताल में कदम भी नहीं रखा था.
सुबह से ही खराब थी तबीयत
प्रिंस को सुबह से ही तबीयत खराब थी. उसे बुखार लगा था और उसे मिर्गी की भी शिकायत थी. शाम में 4 बजे परिजनों ने उसे सदर अस्पताल लाया था. उस समय चिकित्सक ने बुखार की दवा दी थी और घर भेज दिया था.
खुद को हड्डी का डॉक्टर बता मरीज को कर दिया रेफर
रात में प्रिंस की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई. तब आनन फानन में उसके पिता अस्पताल पहुंच गए. बीमार बेटे को परिवार के अन्य सदस्य ठेले पर लेकर अस्पताल आ रहे थे. इसी बीच पिता ने पर्ची कटा ली और डॉक्टर के पास चले गए और बीमारी बताई. पिता का आरोप है कि बेटे का मर्ज सुनते ही डॉक्टर ने पर्ची पर रेफर लिख दिया. डॉक्टर का कहना था कि वे हड्डी के डॉक्टर हैं, इसलिए इस बीमारी का इलाज नहीं कर सकते हैं.
नहीं मिली एम्बुलेंस की सेवा तो ठेले पर लेकर पहुंचे अस्पताल
परिजनों का आरोप है कि 102 एम्बुलेंस सेवा के लिए संपर्क करते करते थक गए. जब भी नम्बर डायल किया तो बिजी ही बताता रहा. फलस्वरूप मरीज को पड़ोसी के ठेले पर लेकर सदर अस्पताल पहुंचे हैं. अब विम्स रेफर किए जाने के बाद पुनः 102 डायल करने पर बिजी ही बता रहा है. ऐसे में निजी एम्बुलेंस से पावापुरी ले जा रहे हैं.
चिकित्सक ने कहा- शाम में देखे थे मरीज को
इधर, ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक ने बताया कि शाम करीब 4 बजे मरीज पहुंचा था. उस समय मरीज को देखने के बाद ही दवाई लिखी थी. अब जबकि तबीयत ज्यादा बिगड़ गई है तो उसे विम्स के लिए रेफर किया गया है.