पटना(PATNA):30 जून का दिन सरकारी कर्मचारियों का ट्रांसफर पोस्टिंग का था. बिहार सरकार ने बड़े स्तर पर हर विभाग में अधिकारियों से लेकर छोटे कर्मचारियों का तबादला किया. जिसको लेकर बीजेपी ने सवाल खड़ा किया है. नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने बिहार सरकार पर आरोप लगाया हैं.
अधिकारियों के ट्रांसफर पोस्टिंग पर मचा बवाल
विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि सत्ता में बैठे भ्रष्टाचारी सरकारी कर्मचारियों के तबादले के नाम पर खुलकर पैसे की वसूली किया गया है. जिन कर्मचारियों को मनपसंद जिला ब्लॉक चाहिए, उनसे मोटी रकम वसूली गई है. इन कर्मचारियों के माध्यम से सरकार लोगों से पैसे की वसूली करवाएगी.
जानें बीजेपी के सवाल पर आरजेड-जदयू का जवाब
वहीं विजय सिन्हा के उठाये सवालों पर आरजेडी ने पलटवार किया है. पार्टी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि बीजेपी बिहार में जब से सत्ता से बाहर हुई है. कब से बीजेपी के नेता हताश और निराश हैं. उन्हें बताना चाहिए कि उनके शासनकाल में क्या नहीं हुआ था. उन्हें खुली चुनौती है कि वह तबादले को लेकर खुलासा करें. हम उनका एक-एक बिंदु का जवाब देंगे.
विजय सिन्हा मीडिया की सुर्खियों में बने रहना चाहते हैं- जदयू प्रवक्ता
वहीं जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने विजय सिन्हा के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि नेता विजय सिन्हा मीडिया की सुर्खियों में बने रहने के लिए इस तरह की बयानबाजी करते हुए सरकार पर आरोप लगाते रहते हैं. यदि इनके पास कोई तथ्य है, तो उन्हें पेश करना चाहिए. बीजेपी के नेता वो दिन भूल जाते हैं, जब उनके शासनकाल में भूमि राजस्व मंत्री रामसूरत राय ने पैसे लेकर गलत तबादला करना चाह रहे थे, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनके तबादले की सिफारिश को रोक दिये थे. ये नीतीश कुमार का बिहार है. हमारी सरकार करप्शन से कभी समझौता नहीं करती है.