बिहार(BIHAR): सीतामढ़ी में आज विवाह पंचमी की धूम है. पूरे देश में भगवान राम और माता सीता के विवाह उत्सव को लेकर जश्न का माहौल कायम है. एसी परिस्थिति में भला माता सीता की नगरी सीतामढ़ी इससे अछूता कैसे रह सकता है. माता सीता की नगरी सीतामढ़ी में इस त्योहार को लेकर उत्सव सा माहौल कायम है. विवाह उत्सव को लेकर कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. पूरी पारंपरिक विधि से रात में भगवान राम और माता सीता के विवाह रस्म को यहां पूरा किया जाएगा. गौरतलब है की सीतामढ़ी माता सीता की प्राकट्य स्थली के रूप में देश और दुनिया में अपनी पहचान रखता है.
सरकार ने अनदेखी की है मां जानकी के जन्मस्थली को
मंदिर के पुजारी महंत कौशल किशोर दास का कहना है कि मोदीजी जिस प्रकार राम मंदिर के लिए पूरे विश्व में जश्न मना रहे उस प्रकार ये स्थली माता सीता के प्रकट्य की स्थली है. इसके साथ ये भेदभाव क्यों. इसकी घोर अनदेखी हो रही. हम सरकार से मांग करते है कि जिस प्रकार राम जन्मभूमि का उद्धार हो सका उसी प्रकार सीता माँ के जन्मस्थली का भी उद्धार हो.
विवाह के बाद अवध जाएंगी मां सीता
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए महंत ने बताया की अभी लावा भूँजाई हो रहा इसके बाद विवाह मंडप सजेगा फिर ठाकुर जी के विवाह के बाद यहां से वर वधू को अयोध्या के लिए भेज दिया जाएगा.