शेखपुरा(SEKHPURA):पिछले 30 दिनों से हड़ताल पर डटी आंगनबाड़ी सेविका-सहयिकाओं ने शनिवार को शहर में आकोश मार्च निकालकर समाहरणालय पर प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन में जिला के विभिन्न प्रखंडों से जुटी बड़ी संख्या में सेविका,सहायिका ने भाग लिया. बाद में शिष्टमंडल ने उप विकास आयुक्त से मिलकर मुख्यमंत्री के नाम से दो पृष्ठों का ज्ञापन सौंपा,जिसमें सेविका और सहायिका को सरकारी कर्मचारी घोषित करने और मानदेय के बदले वेतनमान देने के साथ कई मांग रखी.
आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका ने किया प्रदर्शन
इससे पहले जिला भर से आई सेविका-सहायिका स्टेशन रोड स्थित डायट परिसर में जुटी और वहां से रैली की शक्ल में पैदल चलकर समाहरणालय तक पहुंची. प्रदर्शन का नेतृत्व सेविका सहायिका कर्मचारी यूनियन की जिलाध्यक्ष इंद्रा कुमारी ने किया.इसमें संगठन के पदाधिकारी मीरा कुमारी,हीरा कुमारी,संगीता कुमारी,बबली कुमारी सहित काफी बड़ी संख्या में सेविका-सहायिका शामिल हुई. इस आंदोलन को नैतिक और सक्रिय समर्थन देते हुए सीपीआई के रमाशंकर सिंह,निधीश कुमार गोलू के साथ कई नेता और कार्यकर्ता भी शामिल हुए.
सरकार पर हठधर्मी होने का लगाया आरोप
प्रदर्शन में शामिल सेविका-सहायिका ने समाहणालय के मुख्य प्रवेश द्वार पर जमाकर अपनी मांगों के समर्थन में जमकर नारेबाजी की. संघ की जिलाध्यक्ष ने कहा कि हमारी मांगों को लेकर सरकार हठधर्मिता अपना रही है. पटना और दिल्ली दोनों सरकारे कान में ठेंठी लेकर सोई है. एक महीने से अधिक हुए इस हड़ताल के अगले चरण में जिला में चक्का जाम किया जाएगा और इस आंदोलन में अपने परिवार के सदस्यों को भी सहभागी बनाएंगे.