Tnp desk: झारखंड में तो भाजपा ने 11 प्रत्याशियों के नाम का एलान कर दिया है , बाकी बचे तीन सीट का भी एलान में भी कोई दिक्कत नहीं है. मसला बिहार की 40 लोकसभा सीट में एनडीए के बंटवारे को लेकर है. सहयोगी पार्टियो के बीच ज्यादा सीट लेने की होड़ और सबकी अपनी डफली और अपनी ही राग है.
सीट बंटवारे पर चल रही बातचीत
यहां कोई किसी से कम नहीं आंक रहा है . सभी अपने-अपने दांवे और इरादे जुबान से जाहिर करते रहें है. ऐसी सूरत में एनडीए में कहीं न कहीं परेशानियों का एक सबब देखने को मिल जाता है. गाहे-बगाहे नेताओं की ख्वाहिशें और उनकी तकलीफ भी फिंजा में चर्चाओं के जरिए तैरती रहती है. लोकसभा चुनाव की तारीखों के एलान या कहिए इसकी डुगडुगी बजने में कुछ दिन ही शेष हैं. वक्त रहते सभी चिजे तय हो जानी चाहिए, क्योंकि गठबंधन में सिर फुट्टोवल तो चलते ही रहती है. कभी कौन नाराज हो जाए कहा नहीं जा सकता . बिहार एनडीए में तो सीट को लेकर कचकच शुरु से ही सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बनकर घूमती रही है. भाजपा, जेडीयू, लोजापा के दोनो गुट चिराग और पारस . हम और वीआईपी पार्टी के बीच 40 सीटों में किसे कितना मिलेगा. इसकी पहेली सुलझाना अभी बाकी है.
चाचा-भतीजे में खींचतान !
लोजपा में दो गुट चाचा पशुपति पारस और भतीजा चिराग पासवान के आपसी खींचतान के चलते सीटे बंटवारा अटक रहा है. ऐसा टीवी रिपोर्टस और अंदरखाने से रिपोर्टस आ रहे हैं. . हालांकि, इसके हल के भी खबरे सुझायी जा रही है कि दोनों को बीजेपी अधिक से अधिक पांच सीट पर ही सेट करने के फिराक में है. जबकि, पिछले बार छह सीट पर लोकसभा चुनाव लड़ा था. लोजपा के दोनों गुटो को सुलह करने की कोशिश में भाजपा लगी हुई है. हाजीपुर सीट पर भी विवाद पहले से चल रहा है. चाचा-भतीजे दोनों इस पर मजबूती से दावा कर रहे हैं. अभी तक इसे लेकर कोई रजमांदी सामने नहीं आई है. बीजेपी की कोशिश ये भी है कि दोनों गुट पशुपति पारस और चिराग पासवान एक में हो जाए .इससे सीट बंटवारे के साथ-साथ मजबूती से चुनाव भी उतरने का फायदा होगा.
हम, आरएलएम और वीआईपी को 1-1 सीट !
इधर , एनडीए की अन्य सहयोगी जीतन राम मांझी की हम और उपेन्द्र कुशवाहा की आरएलएम को एक-एक सीट दिया जा सकता है. अगर मुकेश सहनी एनडीए में आते हैं, तो फिर उनकी वीआईपी पार्टी को भी एक ही सीट मिलेगा.
सीट बंटवारे में भाजपा और जेडीयू के बीच किस भी तरह की उतनी कड़वाहट नहीं है, बल्कि इस बार जो खबरे सामने आ रही है. उसके मुताबिक जेडीयू ने 16 सीट का दावा किया था. जिसमे 15 सीट पर नीतीश की पार्टी को मिल सकतीहै. वही बीजेपी 17 सीट पर चुनाव लड़ सकती है.
अभी एनडीए की सहयोगी पार्टियों के बीच सीट बंटवारे को लेकर मंथन चल रही है, और सभी से बातचीत कर जल्द से जल्द इसका हल निकालने की कोशिश हो रही है. अब देखना यही है कि बिहार की 40 लोकसभा सीट में कौन से दल किस सीट पर लड़ता है और किस पार्टी को कितनी सीट मिलती है.
रिपोर्ट- शिवपूजन सिंह