समस्तीपुर(SANASTIPUR): समस्तीपुर में हुए डबल मर्डर मामले में जेडीयू के पूर्व विधायक रामबालक सिंह के भाई को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वहीं पूर्व विधायक पुलिस के पकड़ से बाहर हैं. बता दें कि जिले के विभूतिपुर थाना क्षेत्र के मडडिहा गांव के पास अहले सुबह पूर्व मुखिया समेत उनके सहयोगी की हुई हत्या मामले में जिला पुलिस की टीम ने दिल्ली में रह रहे कांड के मुख्य आरोपी विभूतिपुर के पूर्व विधायक रामबालक सिंह के भाई लालबाबू सिंह को गिरफ्तार कर दिल्ली से विभूतिपुर लाया. एसपी विनय तिवारी ने प्रेसवार्ता कर मामले की जानकारी दी.
ट्रेंड शूटर को हायर कर घटना को दिया अंजाम
एसपी ने बताया कि इस हत्याकांड के पीछे पूर्व विधायक का एक लड़की के साथ अश्लील वीडियो था. जिससे पूर्व मुखिया के द्वारा आगामी उप पंचायत चुनाव में छवि को धूमिल करने के लिए इलाके में लोगों के बीच वीडियो दिखाया जा रहा था क्योंकि विभूतिपुर के सिंघिया बुजुर्ग दक्षिण पंचायत में हाल ही में उपचुनाव होना था. जिस वजह से जेडीयू के पूर्व विधायक और उसके भाई ने ट्रेंड शूटर को हायर कर इस घटना को अंजाम दिया है. पुलिस की टेक्निकल टीम ने पूर्व विधायक के घर के सीसीटीवी फुटेज से शूटर की पहचान की. जिसमें चार सूटर को दूसरे जगह से बुलाया गया था. जिसे मोटी रकम देकर इस हत्याकांड को अंजाम दिलाया गया है.
पूरा मामला
जांच के दौरान यह बात भी सामने आई है कि मृतक पूर्व मुखिया सुरेंद्र प्रसाद सिंह अवैध शराब का कारोबार भी करते थे. जिसके एकाउंट से इसकी पुष्टि हो पाई है. एसपी ने बताया कि हत्या का मुख्य कारण वह अश्लील वीडियो बना है जिससे विधायक की छवि धूमिल हो रही थी.बताते चलें कि 20 फरवरी को बाइक सवार बदमाशों ने विभूतिपुर प्रखंड के सिंघिया बुजुर्ग दक्षिण पंचायत के पूर्व मुखिया सुरेंद्र प्रसाद सिंह और उनके सहयोगी सत्यनारायण महतो की उस समय गोली मारकर हत्या कर दी थी जब वह बाइक पर सवार होकर चिमनी की ओर जा रहे थे. इस मामले में पूर्व मुखिया के भाई द्वारा नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. जिसमें विभूतिपुर के पूर्व विधायक रामबालक सिंह उनके भाई लालबाबू सिंह समेत छह लोगों को आरोपित किया गया था. साथ ही घटना का कारण सिंघिया बुजुर्ग दक्षिण पंचायत में होने वाले मुखिया के उपचुनाव को बताया गया था. कहा गया था कि विधायक द्वारा खाली हुए सीट पर सुरेंद्र प्रसाद सिंह की पत्नी को खरा नहीं किए जाने को लेकर दबाव डाला जा रहा था. जिसको लेकर पूर्व में धमकी भी दी गई थी.