सीतामढ़ी(SITAMARHI): विश्व हिंदू परिषद,बजरंग दल के तत्वावधान में रुनीसैदपुर प्रखंड क्षेत्र के मोरसंड ग्राम में बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का पुतला दहन कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसमें सांकेतिक रूप से शिक्षा मंत्री का विरोध करते हुए अधिवक्ता रंजन कुमार सिंह ने कहा कि बिहार सरकार के लिए भी यह चेतावनी है कि अगले 24 घंटे में बिहार सरकार शिक्षा मंत्री को बर्खास्त करें और राष्ट्रीय जनता दल अपनी पार्टी से ऐसे संस्कारहीन और अनुशासनहीन नेता को बाहर निकाले. अन्यथा यह जो प्रक्रिया विरोध की शुरू हुई है वह देखते ही देखते पूरे बिहार में फैल जाएगी. सिंह ने कहा कि जो बयान उन्होंने रामचरितमानस मनुस्मृति को लेकर नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में दिया है वह कतई ही क्षमा के योग्य नहीं है और हिंदुओं को जात पात में तोड़ने के लिए जो यह बयान उन्होंने दिया है उसके लिए उनका भी वही हाल होगा जो विश्वनाथ प्रताप पूर्व प्रधानमंत्री का हुआ था.
ये सभी थे मौजूद
मौके पर विश्व हिंदू परिषद के जिला प्रचार प्रसार प्रमुख विशाल भारद्वाज,सत्संग प्रमुख प्रमोद कुमार सिंह,भाजपा नेता संतोष कुमार सिंह,राम विशेष राय पचु दास सोहन ठाकुर रसिक बिहारी सिंह पंकज दास संतोष साह संतोष भंडारी मनोज भंडारी धर्मदेव भंडारी शिव कुमार भंडारी सुरेश दास नरेंद्र कुमार सिंह सहित सैकड़ों की संख्या में बच्चे और महिलाएं इस पुतला दहन कार्यक्रम में शामिल हुई.
बिहार के शिक्षा मंत्री का क्या था बयान?
बिहार के शिक्षा मंत्री ने विवादित बयान दिया था. शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने रामचरितमानस को नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बताया था. बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि रामायण पर आधारित एक महाकाव्य हिंदू धर्म पुस्तक रामचरितमानस समाज में नफरत फैलाती है. उनके इस दावे के बाद विवाद खड़ा हो गया. नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के 15वें दीक्षांत समारोह में छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने रामचरितमानस और मनुस्मृति को समाज को विभाजित करने वाली पुस्तकें बताया. उन्होंने कहा,"मनुस्मृति को क्यों जलाया गया, क्योंकि इसमें एक बड़े तबके के खिलाफ कई गालियां दी गई थीं. रामचरितमानस का विरोध क्यों किया गया और किस भाग का विरोध किया गया? निचली जाति के लोगों को शिक्षा प्राप्त करने की अनुमति नहीं थी और रामचरितमानस में कहा गया है कि निम्न जाति के लोग शिक्षा प्राप्त करने से वैसे ही जहरीले हो जाते हैं जैसे दूध पीने के बाद सांप हो जाते हैं.