पटना(PATNA): आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के करीबियों के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसियों का बड़ा एक्शन जारी है. ईडी की टीम सुबह से ही लगातार लालू के करीबियों के देशभर के अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई करते हुये जमीन के बदले नौकरी मामले में सर्च ऑपरेशन शुरू किया. लालू प्रसाद यादव से जुड़े कई रिश्तेदारों सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ दिल्ली -एनसीआर के करीब 15 से ज्यादा लोकेशन पर सर्च ऑपरेशन की जा रही है. वहीं मुंबई, पटना और रांची के कई ठिकानों पर भी ईडी की रेड जारी है. पटना में भी लालू के करीबी अबु दोजाना के कई ठिकाने पर ईडी की सर्च आपरेशन की जा रही है. जाँच एजेंसियों की कार्रवाई पर राजद सांसद मनोज झा ने आपत्ति दर्ज की है. उन्होंने कहा है कि अब इन जाँच एजेंसियों का कोई मतलब नहीं रह गया है .
अभिषेक झा, प्रवक्ता, जदयू
वही राजद की सहयोगी पार्टी ने जदयू ने भी ईडी की कार्रवाई पर सवाल खड़ा किया है. जदयू ने कहा है कि विपक्ष को डेमोरसाइज़ करने के लिए ऐसा कदम उठाया जा रहा है.
सुशील मोदी, पूर्व डिप्टी सीएम बिहार
वही इस छापेमारी पर कांग्रेस का कहना है कि शारदा चिट फण्ड घोटाले के आरोपी बीजेपी में शामिल हो जाते हैं तो उनपर कोई कार्रवाई नहीं होती. जो भाजपा के खिलाफ हैं उनपर छापेमारी होती है. केंद्रीय एजेंसीयां रूल ऑफ लॉ लागू न कर के रूल ऑफ रूलर लागू कर रही है.
सुशील मोदी, पूर्व डिप्टी सीएम बिहार
वहीं इस छापेमारी पर बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि जो भ्रस्टाचार में लिप्त है उनपर कार्रवाई हो रही है. सब काम कानून के अनुसार हो रहा है.
लालू यादव पर सीबीआई की कार्रवाई नई नहीं है. इसके पहले भी चारा घोटाले के मामले में लालू जेल जा चुके हैं. अब किडनी ट्रांसप्लांट करा कर देश लौटे लालू की मुश्किलें बढ़ती जा रही है. अब देखना होगा कि जाँच एजेंसीयों की कार्रवाई का निष्कर्ष क्या निकलता है.