पटना(PATNA): देश में नोटबंदी के बाद आरबीआई ने फिर एक बड़ा फैसला लेते हुए 30 सितंबर तक 2 हजार के नोटों को नोट को वापस बैंक में जमा करने का निर्देश जारी किया गया है 30 सितंबर से पहले ही सबको 2 हजार के नोट बैंक में जमा करना जरुरी है.ऐसा नहीं करने पर आपके लाखों रुपए कागज का टुकड़ा बनकर रह जाऐगें. आरबीआई के इस फैसले के बाद फिर से खलबली मच गई है. और इस पर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई.
2 हजार के नोट की छपाई 2018 से ही बंद थी
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने भी इस पर बड़ा बयान दिया है. और कहा है कि ये नोटबंदी नहीं बल्कि नोट बदली है. और काले धन पर दूसरा सर्जिकल स्ट्राइक है. 2 हजार के नोट की छपाई 2018 से ही बंद थी. और बाजारों से नोट गायब था.
नोट को टेरर फंडिंग के रूप में किया जा रहा था इस्तेमाल
आगे सुशील मोदी ने कहा कि इसका इस्तेमाल बाजार में नहीं बल्कि टेरर फंडिंग और काला धन के रूप में किया जा रहा था. यदि अमेरिका सहित दुनिया की तमाम बड़ी अर्थव्यवस्था में 100 डालर से बड़ी मुद्रा नहीं है. तो फिर भारत में इसकी क्या आवश्यकता है. इस निर्णय से सामान्य आदमी को कोई परेशानी नहीं होगी. और देश की अर्थव्यवस्था और मजबूत होगी.