बांका(BANKA):अप्रैल महीने में प्रचंड गर्मी से पूरे देश के लोग परेशान हैं. बांका जिले में चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी से उत्पन्न पेयजल संकट ने लोगों को संकट में डाल दिया है. पानी की किल्लत ने पीएचईडी विभाग और सरकार की महत्त्वाकांक्षी नल जल योजना की पूरी तरह पोल खोल कर रख दी है. बूंद-बूंद पानी के लिए लोग तरस रहे हैं. बांका रजौन प्रखंड के केवाड़ी गांव के ग्रामीणों का आक्रोश सोमवार को सड़क पर उतर आया.
पानी के लिए ग्रामीणों ने सड़क पर की नारेबाजी
महिलाओं, बच्चे-बूढ़े और नौजवानों की भारी भीड़ पुंसिया बाजार स्थित मध्य विद्यालय के सामने पहुंची. और भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग को पूरी तरह जाम कर दिया. लोगों ने प्रशासन सहित पीएचईडी विभाग और पंचायत प्रतिनिधियों के विरुद्ध में जमकर नारेबाजी करनी शुरू कर दी. आक्रोशित ग्रामीणों ने बताया कि गांव में पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है. गांव के एक सरकारी चापाकल पर पूरा गांव आश्रित है. पानी के लिए लोग तड़प रहे हैं. लेकिन सरकारी अधिकारी इनके समस्याओं से को नजरअंदाज कर रहे हैं.
पानी के अभाव में ग्रामीणों के सामने प्यासे मरने की स्थिति
गांव का सभी निजी चापाकल फेल है. ऐसी स्थिति में ग्रामीण बूंद-बूंद पानी के लिए तरस गए हैं. अगर यही हालत रही तो यहां के ग्रामीण प्यासे मर जाएंगे. पीएचइडी विभाग सहित स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधियों का ध्यान हम ग्रामीणों की ओर से पूरी तरह उपेक्षित है. मजबूर और बेबस होकर हमें सड़क पर उतरना पड़ा है.
बीडीओ ने ग्रामीणों को समझाकर खुलवाया जाम
वहीं मामले पर संज्ञान लेते हुए रजौन बीडीओ ने ग्रामीणों को काफी समझा बुझा कर करीब एक घंटे के बाद जाम खुलवाया. भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर यातायात पूरी तरह अवरुद्ध हो जाने से भीषण गर्मी के बीच आम यात्रियों सहित दूर-दराज तक यात्रा करने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सड़क के दोनों ओर छोटी बड़ी वाहनों की लंबी कतारें लग गई थी.