पटना(PATNA): राजधानी के गांधी मैदान में आज पुलिसकर्मियों को नियुक्ति पत्र दिया. नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में सीएम नीतीश, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव समेत अन्य मंत्री शामिल हुए. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने पुलिस के वरीय अधिकारियों की क्लास लगा दी. साथ ही कहा कि पुलिस में तेजी से बहाली करें, पुलिसकर्मियों को ठीक तरह से ट्रेनिंग दें, सिर्फ केस दर्ज न करें बल्कि समय सीमा के अंदर चार्ज शीट भी दाखिल करें ताकि जल्द सजा हो सके. सीएम नीतीश ने कहा कि कानून-व्यव्सथा ठीक रहे इसके लिए पेट्रोलिंग की सही व्यवस्था हो. डायल 112 में और अधिक गाड़ियां बढ़ायें.
मुख्यमंत्री ने पुलिसकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि जब से काम करने का मौका मिला है तभी हमने कहा था कि पुलिस बल की संख्या बढ़ाई जाए. पहले यहां पुलिस बल की संख्या महज 42481थी. विधि व्यवस्था और अपराध नियंत्रण के लिए अधिक पुलिस बल की आवश्यकता है. हमने शुरू से ही कहा कि इसकी संख्या बढ़ाई जाए. हमने बार बार कहा और कोशिश किया. जब हमको काम करने का मौका मिला तो उसी समय हमने आर्मी से रिटायर लोगों को सैप में भर्ती कराया. उस समय हमने बहाल कराया वह आज भी कायम हैं. जब वह 60 साल के हो जाएंगे तो धीरे-धीरे रिटायर होते चले जाएंगे. एक लाख की जनसंख्या पर 115 पुलिसकर्मी होने चाहिए. 2010 में हमने सर्वे कराया था. इस हिसाब से अपने यहां 152232 पद बनाया. खाली पदों को भरने के लिए कई दफे बहाली हुई. इधर कोरोना की वजह से बहाली बंद हो गई थी. अब शुरू हुआ है. 10459 पुलिसकर्मियों को मिलाकर कुल संख्या 108000 हुआ है. पहले से जो हम तय किए हुए थे उस हिसाब से 152232 होना चाहिए था. अभी भी 44000 बचा हुआ है. मुख्यमंत्री ने डीजीपी और गृह विभाग के एपर मुख्य सचिव को निदेश दिया कि अब देरी मत करिएगा, जल्दी से बहाली कराईये. अगर आज कम संख्या रहती तो हम यहां नहीं आते. यह संख्या हमने 2010-11 में ही तय किया था. 2013 आते-आते हमने तय किया कि महिलाओं को 35% का आरक्षण होना चाहिए. अभी पुलिस में 25 परसेंट पर महिला पहुंची है. हमें कम से कम 35 परसेंट पहुंचाना है. उससे अधिक और और बढ़ जाए तो खुशी की बात होगी. खाली महिला को खुश करने की बात नहीं. मां से हमलोग ना जन्म लिया है. इसलिए कभी महिलाओं के खिलाफ नहीं रहना चाहिए. महिला को मत भूलिए. मां ने जन्म दिया है. इसलिए हम सब जगह चाहते हैं कि महिलाओं की पूरी संख्या हो.पुरुष लोग चिंता मत करिए. पहले तो महिला घर में ही बंद रहती थी. हम यही चाहते हैं कि पुलिस में और तेजी से बहाली हो. अभी हाल ही में हमने तय कर दिया है कि पहले एक लाख की आबादी पर 115 की बहाली होनी थी अब उस अनुपात को और बढ़ाया जायेगा. हमारा एरिया सीमित है और आबादी ज्यादा है .अब एक लाख की आबादी पर 160-170 पुलिसकर्मियों की नियुक्ति करनी है.
सीएम नीतीश ने कहा कि हम 2007 से ही कह रहे हैं कि पुलिस को दो हिस्सों में बांटना है. एक केस का अनुसंधान करेगा और दूसरा हिस्सा विधि व्यवस्था को देखेगा. पुलिस मुख्यालय ने बहुत समय लगाया. अब जाकर हुआ है .अब कम से कम जो क्राइम होता है और जो केस दर्ज होता है उसमें तेजी से काम होता है. पहले सारे लोग लॉ एंड ऑर्डर में ही लगे रहते थे और जांच प्रभावित होता था. अब जांच का काम तेजी से बढ़ा है. सीएम नीतीश ने पुलिस के वरीय अधिकारियों से कहा कि केस करते हैं और जांच नहीं करिएगा,अंतिम कार्रवाई नहीं होगी गा तो फिर कैसे सजा होगा. इसलिए 60 दिन में चार्जशीट दाखिल करिए. क्राइम को कंट्रोल करना है तो 60 दिन में चार्ज शीट दाखिल होनी चाहिए. अभी इन लोगों के यहां कितना दिन से केस पेंडिंग है. केस दर्ज हो तो एक समय सीमा के अंदर जांच हो जानी चाहिए और मामला कोर्ट में दाखिल हो जाना चाहिए.अगर चार्जशीट जितना जल्दी दाखिल हो जाएगा उतना अच्छा रहेगा.