गया(GAYA): पितरों को मोक्ष प्रदान करने वाले मोक्षधाम गया जी में पधार रही है मोक्षदायिनी मां गंगा. बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की हर “घर गंगा जल योजना’ के तहत गया जी को मिल रही है मां गंगा की सौगात. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज गया और बोधगया के लाखों लोगों को गंगा जल आपूर्ति योजना की सौगात सौंपेंगे. बता दें एक दिन पहले राजगीर में इस योजना का उद्घाटन हुआ है. हाथीदह से पाइप लाइन के जरिए गया पहुंचीं गंगा. पटना के मोकामा में हाथीदह घाट से गंगा का पानी उठाया जाएगा और पाइप लाइन के जरिए शहरों में सप्लाई किया जाएगा.
बुझेगी लाखों लोगों की प्यास
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रयासों से दो प्रमुख शहरों गया और बोधगया के लाखों लोगों की प्यास अब गंगा के पवित्र जल से बुझेगी. गया शहर के रामसागर तालाब स्थित कई घरों में गंगा का पानी नल के जरिए उनके घरों तक पहुंचेगा. गंगा जल के गया में आने को लेकर गयावासियों में काफी उत्साह है. गया शहर के कई इलाके पेयजल की गंभीर समस्या से जूझते रहे हैं. अब गंगा जल आपूर्ति योजना के जरिए इस शहर के हर घर में पाइप लाइन के जरिए पानी पहुंच सकेगा. इसके चलते गया और आसपास के क्षेत्र में भूजल का भी संरक्षण होगा.
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा होगा रोजगार का सृजन
हिंदू और बौद्ध समुदाय के बड़े तीर्थों में शुमार इन शहरों में अब गंगा और फल्गु नदी का संगम हो गया. इस संगम से जहां एक ओर गया के लोगों को पीने के लिए गंगा जल मिलेगा वहीं दूसरी ओर इस योजना से पर्यटन को भी प्रोत्साहन मिलेगा. गया में प्रतिवर्ष लाखों लोग पितरों का श्राद्ध करने को जाते हैं. वहीं महात्मा बुद्ध की भूमि होने के कारण बोध गया में भी लाखों लोग जाते हैं. विदेशों से भी पर्यटक गया घूमने आते हैं. अब गंगा नदी के फल्गु नदी से संगम हो जाने से यहां पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा और रोजगार का भी सृजन होगा. बोधगया के महाबोधि कन्वेंशन सेंटर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यक्रम के दौरान चर्चित लोकगीत गायिका मैथिली ठाकुर भी अपना कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगी. मैथिली रविवार को राजगीर के कार्यक्रम में भी शामिल हुई थी. उन्होंने अपने गीत के जरिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तुलना राजा भगीरथ से की थी.
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम की सूची
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजगीर से हेलीकॉप्टर के जरिए गया जिले के मानपुर में पहुंचेंगे. वहां गया जल शोधन संयंत्र का अनावरण करेंगे. इसी जगह से गया और बोधगया शहरों के लिए जल की आपूर्ति होगी. मानपुर के कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री सीताकुंड जाएंगे और वहां गंगाजल प्याऊ का उद्घाटन करेंगे. सीताकुंड से नाव के जरिए मुख्यमंत्री गया के विष्णुपद मंदिर पहुंचेंगे. विष्णुपद मंदिर में पूजा - अर्चना के बाद मुख्यमंत्री रामसागर तालाब जाएंगे और वहां भी प्याऊ का शुभारंभ करेंगे. इसके बाद मुख्यमंत्री बोधगया के महाबोधि मंदिर पहुंचेंगे वहां भी गंगाजल प्याऊ का उद्घाटन मुख्यमंत्री के हाथों ही होगा. महाबोधि मंदिर में कार्यक्रम के बाद नीतीश कुमार महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र पहुंचेंगे और यहां गंगा जल आपूर्ति योजना का विधिवत लोकार्पण होगा. इस कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के भी शामिल होने की संभावना है. भू जल संरक्षण में मददगार होगी यह योजना.
युगों बाद शापमुक्त हुआ फल्गु
ऐसी कथा है कि वनवास के दौरान भगवान राम, लक्ष्मण और माता सीता दशरथ का श्राद्ध करने गया गये थे. वहां राम और लक्ष्मण श्राद्ध का सामान जुटाने गए थे कि किसी कारण से माता ने दशरथ का श्राद्ध कर दिया. इस समय सीता माता ने फल्गु नदी की रेत से पिंड बनाए और पिंडदान कर दिया. इस पिंडदान का साक्षी माता ने वहां मौजूद फल्गु नदी, गाय, तुलसी, अक्षय वट और एक ब्राह्मण को बनाया. लेकिन जब भगवान राम और लक्ष्मण वापस आए और श्राद्ध के बारे में पूछा तो फल्गु नदी ने उनके गुस्से से बचने के लिए झूठ बोल दिया. तब माता सीता ने गुस्से में आकर नदी को श्राप दिया और तब से ये नदी भूमि के नीचे बहती है इसलिए इसे भू-सलिला भी कहते हैं.