पटना(PATNA):आम की खेती बिहार में वृहद पैमाने पर कई प्रजातियों के आम की खेती होती है. जिसको देखते हुए कृषि विभाग की ओर से 16 से 18 जून तक पटना के ज्ञान भवन गांधी मैदान में किया गया है. राज्यस्तरीय आम महोत्सव-सह-प्रतियोगिता कार्यक्रम का उद्घाटन शनिवार को बिहार कृषि विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने किया.
राज्यस्तरीय आम महोत्सव-सह-प्रतियोगिता कार्यक्रम का आयोजन
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य राज्य में उत्पादित आम के विशिष्ट प्रजाति और क्षेत्रीय के खास प्रजाति से लोगों को रूबरू कराना है. साथ ही बाजार की सम्भावना को तलाशना है. आम उत्पादक कृषकों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा बढ़ाने और फलों के भंडारण, प्रसंस्करण, बाजार आदि से संबंधित नयी-नयी तकनीकी की जानकारी कृषकों तक पहुंचाने के लिए आम महोत्सव का आयोजन किया गया है.
स्वाद और रंगत की इस महोत्सव का आनंद लोग दो दिनों तक ले पायेंगे
स्वाद और रंगत की इस महोत्सव का आनंद लोग दो दिनों तक ले पायेंगे. इसमे जर्दालू आम का उत्पादन भागलपुर, जर्दा पश्चिमी चम्पारण, कृष्णा भोग मधुबनी, कलकतिया दरभंगा, बम्बईया सीतामढी, गुलाब खास सुपौल, मालदा मधेपुरा और कटिहार, दुधिया मालदह पटना, चौसा बक्सर, बथुआ समस्तीपुर और चूरम्बा मालदह मुंगेर जिला में होता है.
बिहार में कुल 3.54 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में होती है फलों की खेती
बिहार राज्य में कुल 3.54 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में फलों की खेती की जाती है. जिसका उत्पादन क्षेत्र 45.09 लाख मेट्रिक टन है. जिसमें आम, केला, लीची, पपीता प्रमुख है. फलों में आम का 1.60 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में 15.50 लाख टन का उत्पादन होता है. इस आम महोत्सव में राज्य के विभिन्न जिलों के 450 आम उत्पादकों का प्रदर्शन किया गया है. प्रदर्शनी आम के मध्यावधि किस्में मालदह, दशहरी, कृष्णभोग, भरतभोग, हुस्न-ए-आरा, लाल आम, फजली, सुकुल, सिपिया, चौसा आदि प्रजाति के साथ कुछ विशिष्ट संकर किस्में और बीजू आम से सजी हुई है. आम के प्रसंस्कृत उत्पादों में कच्चा आम स्क्वैश, आम का पन्ना, जेली, जैम, पका आम का स्क्वैश, चटनी, अमावट, अचार आदि प्रदर्शित किया गया है.
आम खाओ प्रतियोगिता, आम फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता का भी आयोजन
इस आयोजन में बच्चों के मनोरंजन के लिए आम खाओ प्रतियोगिता, आम फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है. वहीं कलाकारों के लिए "आम नक्काशी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया है. बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा की ओर से विशिष्ट प्रजाति के आमों का प्रदर्शन किया गया है. बिहार में उत्पादित आम के विभिन्न प्रजातियों में भागलपुर के जर्दालु आम को जीआई टैग प्रदान किया गया है.
सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले कृषकों को आम शिरोमणि की मिलेगी उपाधि
प्रतियोगिता के आठ वर्गों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 33 कृषकों को प्रथम 33 कृषकों को द्वितीय और 29 कृषकों को तृतीय पुरस्कार के रूप में 5,000, 4,000 और 3,000 रुपये के साथ प्रशस्ति पत्र प्रदान की जायेगी. इसके साथ ही, राज्य के एक किसान को सभी वर्गों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले कृषकों को 10,000 रूपये की विशिष्ट पुरस्कार और आम शिरोमणि की उपाधि भी प्रदान की जायेगी. इस महोत्सव में आम उत्पादक कृषकों के आमों की बिक्री और आम निर्मित विभिन्न खाद्य सामग्री का प्रदर्शनी और बिक्री स्टॉल से किया जा रहा है.