आरा(AARA): सिक्किम में हुए हादसे में बिहार के लाल ने भी गंवाई अपनी जान. जवानों से भरे बस के खाई में गिरने से जहां 16 जवान शहीद हो गए वहीं इनमें बिहार का बेटा प्रमोद भी शामिल था. जवान की शहादत की खबर मिलते ही परिवार समेत गांव में शोक की लहर दौड़ गई है. दरअसल शुक्रवार को सिक्किम में सेना के ट्रक के खाई में गिर जाने के बाद शहीद 16 जवानों में एक आरा का जवान भी शहीद हो गए हैं. शहीद जवान का नाम प्रमोद सिंह बताया जा रहा है जो उदवंतनगर के वामपाली के रहनेवाले थे. इस ख़बर के मिलने के बाद से ही पूरे वामपाली गांव में सन्नाटा पसरा है और लोगों में गम का माहौल हैं. हालांकि शहीद जवान के पिता और मां को अबतक बेटे के शहादत की जानकारी नहीं दी गई है लेकिन फिलहाल देहरादून में अपने बच्चों के साथ रह रही शहीद की पत्नी और बच्चों के साथ फ्लाइट से गांव पहुंच रही हैं. वहीं शहीद के पैतृक गांव वामपाली स्थित घर पर लोगों आना-जाना शुरू हो चुका है.
बिहार में शोक की लहर बड़े भाई को शहीद पर है गर्व
शहीद के बड़े भाई और वामपाली पंचायत के पूर्व उपमुखिया आंजय सिंह बताते हैं कि उन्हें अपने भाई के शहीद होने की खबर शुक्रवार शाम को मिली. बड़े भाई अजय सिंह के मुताबिक साल 2011 में दानापुर में जॉइनिंग के बाद फिलहाल वो सिक्किम में 221 फील्ड रेजिमेंट में आर्टिलरी कोर में नायक के पद पर तैनात थे.शहीद जवान प्रमोद सिंह दो महीनों की छुट्टी लेकर गांव आये थे और 20 दिनों पहले ही वो गांव से छुट्टी बिताने के बाद सिक्किम अपने पोस्ट की ओर लौट गए थे. दो भाई और दो बहनों में सबसे छोटे साथ ही स्वभाव से मृदुल और मिलनसार शहीद प्रमोद सिंह के शहीद होने की ख़बर से ही घरवालों और नाते रिश्तेदारों में गम का माहौल है. वही शहीद जवान के बड़े भाई ने इस शहादत पर फक्र करते हुए कहा कि उनकी स्मृति शेष के लिए गांव में स्मारक और तोरण द्वार बनाने की मांग की है. बता दें कि उनकी कल सुबह ही अपनी बहन से मोबाइल पर बात हुई थी जिसके बाद उनके शहीद होने की ख़बर उनके घरवालों को मिली.