कैमूर(KAIMUR):कैमूर जिला में एल्बेन्डाजोल की दवा खाने से कई स्कूल के सैंकड़ो छात्र छात्राओं की हालात बिगड़ गई.जिसके बाद हाहाकार मच गया. सभी बच्चों को निजी और सरकारी अस्पताल में भर्ती कर कराया गया.जहां उनका ईलाज चल रहा है.आपको बताये कि अभियान के तहत बच्चों को एल्बेन्डाजोल की दवा खिलाया गया. जिसके बाद कैमूर के कई गांवो में अफरा-तफरी मच गई.जहां आज अल्बेंडाजोल की दवा खाने से कई स्कूल के सैंकड़ो छात्र छात्राओं की हालत बिगड़ गई है, किसी को बेहोशी, तो किसी को उल्टी की परेशानी हुई.जिनको निजी और सरकारी अस्पताल में भर्ती कर इलाज कराया जा रहा है.
सूचना मिलने पर जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है
आपको बताये कि ये पूरा मामला रामगढ़ प्रखंड,नुआंव प्रखंड,मोहनिया प्रखंड सहित चैनपुर के सिरबिट गांव के विभिन्न विद्यालयों का है.इस घटना से रामगढ़ रेफरल अस्पताल और चैनपुर पीएचसी नुआंव अस्पताल मरीजों से खचा खच भर गया है.वहीं बच्चों की तबीयत बिगड़ने की सूचना मिलने पर जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है. कैमूर डीएम सावन कुमार सिविल सर्जन, शिक्षा पदाधिकारी सहित सभी विभाग के अधिकारी घटना स्थल पर जाकर मामले की जांच कर कार्रवाई में जुट गए हैं.कैमूर डीएम ने बताया कि ये जिला प्रशासमन की ओर से आज से फाइलेरिया कार्यक्रम शुरु किया गया.जिसके तहत बच्चों को दवा खिलाई गई.जिसके बाद सूचना मिली कि एल्बेंडाजोल की दवा खाने से काफी बच्चें बेहोश हो गए हैं, फिलहाल काफी बच्चें स्वस्थ है.और कुछ जो बच्चें हैं जिनका इलाज किया जा रहा है.
इस दवा को खाली पेट सेवन करने से इसका साइड इफेक्ट्स होते है
आगे डीएम ने कहा की दवा में कोई खराबी नहीं है, पर इस दवा को खाली पेट सेवन करने से इसका साइड इफेक्ट्स होते है. एक बच्चे की तबियत खराब हुई ,तो उससे बच्चे डर गए और इन लोगों का भी तबियत बिगड़ गयी.अभी रामगढ़ और नुआंव के 25 से 30 बच्चों का इलाज किया जा रहा है, फिलहाल सभी स्वस्थ है जल्दी ही घर जा सकेंगे.वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बताया जाता है की जिला के कई थाना क्षेत्र के कई विद्यालयो में सब मिलकर सैकड़ों बच्चों की तबीयत बिगड़ी है.