पटना (PATNA) : 2024 के चुनाव से पहले बिहार की राजनीति में काफी उथल-पुथल देखने को मिला. एक तरफ महागटबंधन की सरकार बनी तो कई पुराने नेताओं ने पार्टी को अलविदा कह दिया. बीते दिनों 40 से अधिक कार्यकर्ताओं ने पार्टी छोड़कर राष्ट्रीय लोक जनता दल में शामिल हो गए. वहीं देश में विपक्ष को एकजुट करने में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगे हुए है. नीतीश बारी-बारी सभी नेताओं से मिल रहे हैं. हालांकि लक्ष्य साफ है कि बीजेपी को इस बार कैसे भी हराना है. जिसके खिलाफ नीतीश कुमार इस मुहीम को तेज करने में लगे हुए है. ऐसे में जब नीतीश कुमार रविवार शाम शाम जदयू कार्यालय पहुँचे तो सीएम के सामने ही नारे लगने लगे. जदयू कार्यकर्ता अपने नेता नीतीश कुमार के लिए ‘देश का PM कैसा हो नीतीश कुमार जैसा हो’ के जमकर नारे लगाए. इसके बाद बीजेपी ने इसको लेकर सीएम पर जोरदार हमला बोला. बीजेपी प्रवक्ता राम सागर सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि खुद ही वो नारे लगवाते हैं और खुद ही अपनी उम्मीदवारी को खारिज कर देते हैं.
40 से अधिक कार्यकर्ताओं ने छोड़ा पार्टी
वहीं चुनाव के पूर्व जदयू पार्टी को एक बड़ा झटका मिला है. जहां एक साथ 40 से अधिक कार्यकर्ताओं ने पार्टी छोड़कर राष्ट्रीय लोक जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के समक्ष उनकी पार्टी में शामिल हो गए. जदयू छोड़कर आरएलजेडी में शामिल होने वालों में पूर्व विधायक और वर्तमान जदयू के जिलाध्यक्ष रणधीर कुमार सोनी के बेहद निकटतम सहयोगी और जिला उपाध्यक्ष एफनी पंचायत के पूर्व मुखिया राजेश रंजन उर्फ गुरु मुखिया शामिल है. इसके साथ ही विनोद कुमार और अन्य बड़े नेता भी शामिल है. इससे पूर्व तकरीबन दर्जन भर नेताओं ने उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल का हाथ थामा था. जिसमें कुल 17 नेता शामिल थे.