पटना ( PATNA) : जदयू के वरिष्ठ नेता रहे उपेंद्र कुशवाहा ने जदयू पार्टी को छोड़ दिया है. इसी के साथ उन्होंने अपनी एक नई पार्टी ‘राष्ट्रीय लोक जनता दल’ का भी ऐलान कर दिया. उपेंद्र कुशवाहा द्वारा जदयू छोड़ने और नई पार्टी बनाने के बाद जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने प्रेस को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा 2 दिनों से मीटिंग कर रहे थे और नई पार्टी को लेकर विचार विमर्श कर रहे थे =. उनकी नई पार्टी को लेकर कुशवाहा को ढेर सारी शुभकामनाएं दी .
याद दिलाई पुरानी बातें
ललन सिंह ने उस समय के बातों को बताया जब उपेंद्र कुशवाहा को पार्टी में कोई लेने के लिए तैयार नहीं था. उन्होंने कहा कि कुशवाहा जब पहली बार विधायक बने थे तब विधायक दल का नेता का चुनाव हो रहा था. उस व्यक्त 6 टर्म से 7 टर्म के विधायक रहते हुए नीतीश कुमार ने उन्हें विधायक दल का नेता बनाया. उन्होंने पुरानी बातों को याद दिलाते हुए कहा कि उपेंद्र कुशवाहा का जो पुराना इतिहास था उस इतिहास को देखते हुए पार्टी का कोई नेता और कार्यकर्ता पक्ष में नहीं था कि उन्हें पार्टी में शामिल किया जाए. लेकिन सब को दरकिनार करते हुए कि मुख्यमंत्री ने उन्हें पार्टी में शामिल किया. साथ ही ललन सिंह ने तंज कसते हुए वो वाक्या याद दिलाया जहां कुशवाहा ने ज्वाइन करते वक्त कहा था कि ‘जीना यहां मरना यहां है’.
वो अपने स्वभाव के कारण कहीं नहीं टिकते
ललन सिंह ने उपेंद्र कुशवाहा को अति महत्वकांक्षी व्यक्ति बताया. ऐसा बताते हुए उन्हें कहा कि मैंने कहा ही था कहीं पर निगाहें कहीं पर निशाना है. वो कहते कुछ और थे लेकिन उनका ध्यान कहीं और रहता है. इतना ही नहीं कुशवाहा पर इल्जाम लगते हुए लालन सिंह ने कहा कि उनके कुनबे के साथी ही कहते है वो अपने स्वभाव के कारण कहीं नहीं टिकते.
2025 की बात 2025 में
वहीं इन्हीं सारे सवालों के बीच उनसे पार्टी और आने वाले चुनाव को लेकर सवाल किया गया जिसपर जदयू के विषय में बोलते हुए ललन सिंह ने कहा कि जदयू का किसी पार्टी में विलय नहीं होगा, अच्छा तो हमेशा रहेगा. वहीं 2025 चुनाव के नेतृत्व के सवाल पर ललन सिंह ने जवाब देते हुए कहा, 2025 की बात 2025 में की जाएगी.