नालंदा(NALANDA):एक और जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी एकता को एकजुट करने में जुटे हैं. तो वहीं दूसरी ओर जमीन के बदले नौकरी मामले में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ सीबीआई की ओर से चार्जशीट दाखिल करने के बाद बिहार की राजनीति गरमा गई है.
क्या नीतीश कुमार कर रहे है आरजेडी से किनारा
18 जुलाई से अंतरराष्ट्रीय पर्यटक स्थल राजगीर में लगने वाले विश्व प्रसिद्ध मलमास मेला की तैयारी जोर-शोर से की जा रही है. मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कठिनाई ना हो, इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से दल-बल के साथ दो बार समीक्षा बैठक कर तैयारियों का जायजा कर चुके हैं.
बैनर-पोस्टर में तेजस्वी और लालू को जगह नहीं देने की वजह
शनिवार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दूसरी बार मलमास मेला की तैयारी की समीक्षा करने राजगीर पहुंचे थे. इस दौरान जगह-जगह लगाये गये बैनर और पोस्टर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव और राबड़ी देवी की तस्वीर नजर नहीं आई. लगाए गए बैनर और पोस्टर किसी अन्य राजनीति की ओर इशारा कर रही है.
आरजेडी के नेता कुछ भी बोलने से बचते दिख रहे हैं
ऐसे तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब भी अंतरात्मा की आवाज पर दूसरे पार्टी के साथ सरकार बनाते है, तो इसके पहले एक बार राजगीर जरूर आते हैं. शनिवार को इनका दौरा किस ओर इशारा कर रहा है, ये तो आनेवाला वक्त ही बताएगा. लेकिन पोस्टर से तेजप्रताप और तेजस्वी समेत राजद परिवार के शीर्ष नेताओं की तस्वीर हटाए जाने से लोग कई तरह के कयास लगा रहे हैं. वहीं इस संबंध में पूछे जाने पर पार्टी के नेता और जिला प्रशासन के अधिकारी कुछ भी बताने से परहेज कर रहे हैं.