पटना (PATNA) : नए संसद भवन के उद्घाटन के मुद्दे पर राजनीति जारी है. संसद भवन का उद्घाटन देश की राष्ट्रपति से कराए जाने की मांग को लेकर देश की 21 विपक्षी पार्टियों ने इस उद्धाटन समारोह के बहिष्कार का फैसला किया और इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए.वहीं लालू यादव की पार्टी आरजेडी का नए संसद भवन को लेकर विवादित ट्वीट सामने आया है. इसके जरिये पार्टी ने नए संसद भवन पर तंज कसा है. राजद द्वारा नए संसद भवन की तुलना ताबूत से की गई है. जिसके बाद पक्ष- विपक्ष में बयान बाजी तेज है. अब भाजपा ने इसपर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. बिहार सरकार के पूर्व मंत्री शाहनवाज़ हुसैन ने कहा है कि आज का दिन ऐतिहासिक है. आज प्रधानमंत्री ने नए संसद भवन का उद्घाटन किया है, लेकिन आज के दिन भी विपक्षी दलों के द्वारा जिस तरीके की राजनीति हो रही है देश इसको कभी माफ नहीं करेगा. याद रखें 2024 में आरजेडी को इसी ताबूत में बिहार की जनता डाल देगी.
भवन की तुलना ताबूत से करने पर सफाई
राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी इसपर सफाई देते हुए कहा कि इसका मतलब है कि जिस तरह के केंद्र में मोदी जी की सरकार इतिहास को दफन करने में लगे हुई हैं. इतिहास को बदलने का काम हो रहा है. इतिहास मिटाने का काम हो रहा है. इसी को लेकर इस तरह की तस्वीरें संकेतिक रूप से दिखाई गई है और पूछा गया है क्या लोकतंत्र के मंदिर में सिर्फ भाजपाइयों का अधिकार है ? या लोकतंत्र के मंदिर का भगवाकरण हो गया ? क्या लोकतंत्र के मंदिर में विपक्ष की कोई अहमियत नहीं होगी ? इसी के साथ राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि राष्ट्रपति महोदया का अपमान हुआ है. देश में अगर संविधान को कोई रौंदेगा तो आज लोकतंत्र आज रो रहा होगा. 21-22 विपक्षी पार्टियों ने अपील किया था कि महामहिम राष्ट्रपति महोदया के हाथों इसका उद्घाटन किया जाए लेकिन विपक्ष की मांगों को और उनके बातों को अनसुना करके हिटलर शाही रवैया अपनाकर आज जो किया गया वह संविधान और लोकतंत्र के लिए उचित नहीं है. दुर्भाग्यपूर्ण है इसलिए भी विपक्ष की ओर से आईना दिखाया गया है.