औरंगाबाद (AURANGABAAD) : बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के अपर सचिव केके पाठक शुक्रवार को औरंगाबाद पहुंचे . जहां उन्होंने स्कूलों का जायजा लिया. शिक्षा विभाग में इनका काफी नाम है. इन्होंने विभाग में कई सुधार किए है लोगों को इनसे काफी उम्मीदें भी है, मगर इस बार लोगों की उम्मीद इनसे टूटती नजर आ रही है. दरअसल केके पाठक ने स्कूलों का जायजा तो लिया मगर वो उन स्कूलों में पहुंचे जहां की स्तिथि पहले से ही दुरुस्त है. यदि केके पाठक ओबरा के गौरी सोनवर्षा के उत्क्रमित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जाते तो, जमीनी हकीकत से रूबरू होते.
स्कूल के बदहाली का वीडियो वाइरल
सोनवर्षा गांव के स्कूल की चर्चा इस कारण की जा रही है क्योकि वहां के ग्रामीणों ने केके पाठक के आने से पहले ही स्कूल की बदहाली का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाला था. ये वीडियो काफी वाइरल भी हुआ. लोगों को लगा कि केके पाठक इस वीडियो को देख जरूर आएंगे मगर ऐसा नही हुआ.
क्लास 6 के बाद 12वी तक के लिए शिक्षक नहीं
इस वाइरल वीडियो में स्कूल में एक कुत्ता स्कूल के कमरे में आराम करता दिख रहा है. वहीं भवनों की हालत जर्जर है. यहाँ स्कूल में सिर्फ वर्ग 6 तक पढ़ाने वाले शिक्षक है. इसके उपर की 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई के लिए स्कूल में टीचर्स ही नही है. केके पाठक ने मदनपुर में स्कूलों का निरीक्षण किया. पहले उन्होने वहां प्रोजेक्ट हाई स्कूल और अनुग्रह उच्च विद्यालय का निरीक्षण किया. इस दौरान व्यवस्था में सुधार लाने का निर्देश दिया. सबसे पहले उन्होंने प्रोजेक्ट जयप्रभा कन्या उच्च माध्यमिक में दौरा किया.
व्यवस्था का लिया जायजा
केके पाठक ने विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक से उन्होंने विद्यालय में छात्र छात्राओं एवं शिक्षकों की उपस्थिति के बारे में जानकारी ली. इसके बाद उन्होंने विद्यालय में लगे शिक्षकों और छात्राओं की उपस्थिति बोर्ड को देखा और विद्यालय के सभी क्लासरूम में बारी-बारी जायजा लिया. छात्राओं से पढ़ाई के बारे में पूछा . इस दौरान छात्राओं ने कमरा और शिक्षकों की कमी को लेकर सवाल उठाया जिसकी जल्द ही भरपाई करने का उन्होने आश्वासन दिया.
स्कूल नहीं आनेवाले स्टूडेंट्स का नाम काटने का निर्देश
केके पाठक ने स्कूल के लैब का भी निरीक्षण किया जहां की व्यवस्था से सतुंष्ट होकर तारीफ की. प्रभारी प्रधानाध्यापक ने बताया कि 53 प्रतिशत छात्र-छात्राओं की उपस्थिति है, जिसे और बढ़ाने का उन्होने निर्देश दिया और स्कूल नहीं आनेवाले स्टूडेंट्स का नाम काटने का निर्देश दिया. इस दौरान जिला शिक्षा पदाधिकारी संग्राम सिंह, मदनपुर के प्रखंड विकास पदाधिकारी कुमुद रंजन, डीपीओ सह प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रवि कुमार रौशन, मुखिया हामिद अख्तर सहित अन्य लोग मौजूद रहे। मदनपुर के स्कूलों की विजिट के बाद वो पटना के लिए रवाना हो गए.