टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर कई दावे किए गए हैं और इनपर लाखों रुपए बहाए भी गए हैं. मगर इसके बावजूद बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था भगवान भरोसे है. बिहार के सरकारी अस्पतालों से अक्सर ऐसी खबरें सामने आती है जो चौंकाने वाली है. चाहे वह मरीज के इलाज को लेकर हो या एंबुलेंस की सुविधा को लेकर. खासकर इन दोनों एंबुलेंस की सुविधा को लेकर कई सारे मामले सामने आए हैं. जहां यह देखा गया है कि इसकी सुविधा मरीजों को नहीं मिलने से उनकी जान तक चली गई है. इन सब के बीच बिहार से शर्मनाक तस्वीर सामने आई है. जिस तस्वीर में एक सरकारी एंबुलेंस से स्वास्थकर्मी मृत्यु भोज खाने के लिए जा रहे हैं. यहां मरीज एंबुलेंस के लिए तड़प रहे हैं वहीं दूसरी तरफ एंबुलेंस को प्राइवेट व्हीकल की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है.
एंबुलेंस का इस्तेमाल कर भोज खाने के लिए जाते थे स्वास्थ्यकर्मी
यह पूरा मामला बिहार के सुपौल का है. बता दे की सुपौल के बसंतपुर पीएचसी में तैनात एंबुलेंस के एमटी मनीष कुमार झा के रिश्तेदार का देहांत हो गया था. जिसके बाद अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मी एंबुलेंस का इस्तेमाल कर भोज खाने के लिए जाते थे. यह सिलसिला लगातार 3 दिन तक चलता रहा. दर्जनों स्वास्थ्य कर्मी एंबुलेंस को प्राइवेट व्हीकल की तरह इस्तेमाल कर रहे थे. इसके बाद इस मामले में स्थानीय आशीष देव ने इसकी शिकायत सुपौल के डीएम से की. शिकायत के बाद ही यह मामला संज्ञान में आया .
पीएससी में कार्य भी बाधित
इस मामले को लेकर बसंतपुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर अर्जुन कुमार चौधरी ने बताया कि एंबुलेंस चालक और ईएमटी बिना किसी सूचना के ही सरकारी एंबुलेंस का इस्तेमाल कर रहे थे.इसका इस्तेमाल निजी कार्यों के लिए किया जा रहा था. इसी वजह से पीएससी में कार्य भी बाधित होता नजर आया. पुलिस से दोनों के विरुद्ध कार्रवाई का अनुरोध किया गया है. जिसके बाद बीरपुर थाना अध्यक्ष संदीप कुमार सिंह ने दोनों एंबुलेंस कर्मियों को हिरासत में ले लिया है.