बेगूसराय(BEGUSARAI): बिहार के मंत्री आलोक कुमार मेहता के बयान पर बिफरे गिरिराज. इसी बाबत केंद्रीय मंत्री सह बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह ने प्रेस मित्रों के साथ वार्ता कर मंत्री आलोक कुमार मेहता के बयान पर पटलवार करते हुए कहा की बिहार में धर्मांतरण का खेल वर्षों से चल रहा चाहे किसी भी कारण से बहुसंख्यक हिन्दू तेजी से मुस्लिम और ईसाई बनाए जा रहे. ये सब नहीं चलेगा. बिहार में जबतक बहुसंख्यक हिन्दू हैं तभी तक लोकतंत्र है जैसे ही इनकी संख्या कम होगी हालात बिगड़ जाएंगे. अभी भी मुस्लिम बहुल इलाके में हिंदुओं की स्थिति ठीक नहीं है ऐसे में जायज और नाजायज की परिभाषा कुर्सी पर बैठकर ना करें.
धर्म परिवर्तन पर बने कानून
गौरतलब है कि बिहार सरकार के मंत्री आलोक कुमार मेहता ने धर्मांतरण को जायज बताते हुए बयान दिया था और इसी बयान के खंडन में गिरिराज सिंह ने कहा है कि आज भारत में मौजूद कट्टरपंथी भारत को इस्लामिक देश बनाने की साजिश कर रहे लोगों के द्वारा प्रलोभन देकर लोगों का धर्म परिवर्तन करा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सत्ता आती रहेगी जाती रहेगी लेकिन सनातन धर्म की परिभाषा बदलने की कोशिश सदन में बैठे लोगों को नहीं करनी चाहिए. धर्म परिवर्तन पर कानून होना चाहिए. ये सीधे तौर पर बहुसंख्यक हिन्दू पर प्रहार है. इस तरह से कट्टरवादी मुसलमानों का बहुसंख्यक शांतिप्रिय हिंदुओं पर प्रहार हो रहा. जो गजवा हिन्द लाना चाहते है, जो लव जिहाद के समर्थक है, जो गजवा ए हिन्द लाना चाहते है. उनका हमेशा विरोध है उनसे परहेज है. इसलिए मंत्री होकर ये बयान देना अपको शोभा नही देता. हम भारत के सभी वर्गों के साथ समान व्यवहार करना है जो अल्पसंख्यक के साथ वही बहुसंख्यकों के साथ. मेरे लिए दोनों बराबर है .
राहुल पर भी साधा निशान
वहीं उन्होंने राहुल गांधी के बयान पर कहा कि तपस्वी की परिभाषा जरा राहुल जी बताएं. भारत तो ऋषि मुनियों का देश रहा है. भारत तपस्वियों का देश रहा है और हम लोग सनातन धर्म को मानने वाले लोग हैं और आज नरेंद्र मोदी की तपस्या ही है कि भारत आज देश एवं विदेश में अपना परचम लहरा रहा है . लेकिन यहां के कुछ लोगों को यह बात रास नहीं आ रही है और वह सदैव मोदी को नीचा दिखाने के प्रयास में लगे रहते हैं. राहुल गांधी क्या कहना चाहते है पहले उसको साफ करें.
केजरीवाल की चर्चा है बेकार! जानिए ऐसा क्यों बोले गिरिराज
वहीं उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उनकी बातों को महत्व देना बेकार है. क्योंकि अन्ना आंदोलन के समय केजरीवाल ने अपने बेटे की शपथ खाकर कहा था कि हम राजनीति में कभी नहीं आएंगे लेकिन उन्होंने अन्ना हजारे को ही पीठ दिखाते हुए राजनीति में अपना कदम जमाया. एक समय था जब वह अपने नानी की बात करते हुए कहते थे की मस्जिद के ऊपर मंदिर बना है इसलिए हम मंदिर नहीं जाएंगे लेकिन आज केजरीवाल काशी विश्वनाथ अयोध्या और केदारनाथ की बातें करते हुए कह रहे हैं कि लोगों को चारों धाम के दर्शन कराएंगे. केजरीवाल आज उन नेताओं में शामिल हैं जिनकी चर्चा करना ही बेकार है.
बिहार पर केंद्र सरकार करोड़ों कर रही खर्च
दरअसल केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह अपने चार दिवसीय दौरे पर बेगूसराय में हैं और यहां उन्होंने क्षेत्र में हो रहे विकास में केंद्र सरकार के योगदान को गंभीरता के सामने मीडिया के सामने प्रस्तुत किया और कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा बेगूसराय के विकास के लिए लाखों करोड़ों रुपए खर्च किए गए हैं लेकिन बिहार सरकार और विपक्ष आज उल्टे केंद्र सरकार पर ही सवाल खड़े कर रही है .