सोनपुर(SONPUR):क्या जनता दल यूनाइटेड में सब कुछ सही नहीं चल रहा है ! क्योंकि पहले पटना में लगाए गए पोस्ट में ललन सिंह की तस्वीर गायब थी और अब जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने ललन सिंह को राष्ट्रीय नेता कहने से इंकार कर दिया है. पोस्टर विवाद पर जब नीरज कुमार से सवाल पूछा गया तो उन्होंने स्पष्ट कह दिया कि पोस्टर पर राष्ट्रीय नेताओं की तस्वीर थी. जब उनसे पूछा गया कि क्या जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह राष्ट्रीय नेता नहीं है तो उन्होंने कहा कि हमारे राष्ट्रीय नेता नीतीश कुमार की तस्वीर पोस्टर पर थी. यही नहीं मामले की लीपापोती करते हुए नीरज कुमार ने यह भी कहा कि इस पर क्या ललन बाबू ने कोई बयान दिया है.
जनता दल यूनाइटेड में सब ठीक है !
दरअसल नीरज कुमार सोनपुर के बाबा हरिहरनाथ मंदिर स्थित सभागार में जन्माष्टमी महोत्सव के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे. द आर्ट ऑफ़ लिविंग के तहत किए गए कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए. कार्यक्रम के बाद पोस्टर विवाद पर मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए नीरज कुमार ने कहा कि आप उस पोस्टर को नहीं देखे उसमें सारे घटक दल के राष्ट्रीय नेताओं का फोटो था, जिसमे अखिलेश यादव थे, ममता बनर्जी थी, सोनिया गांधी थी, उसमे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़के के थे. जो एक प्रोटोकॉल होता है, उसके तहत था. हमारे नेता कौन हैं नीतीश जी का फोटो नहीं था ? लालू जी का फोटो नहीं था ? सीताराम येचूरी का फोटो नहीं था ? क्या ललन बाबू का बयान देखे हैं ! नीरज कुमार ने भले ही ये नहीं कहा कि ललन सिंह उनके राष्ट्रीय नेता नहीं है लेकिन जिस तरीके से पोस्टर से ललन सिंह की तस्वीर गायब थी और इस बाबत पूछे गए सवाल के जवाब में नीरज कुमार ने नीतीश कुमार सहित कई राष्ट्रीय नेताओं के नाम तो गिनाए लेकिन ललन सिंह की चर्चा तक नहीं की.
क्यों पोस्टर विवाद पर नीरज कुमार ललन सिंह को राष्ट्रीय नेता कहने से बचते नजर आयें
ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि जदयू के अंतर खाने में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. सूत्रों की माने तो ललन सिंह की नजदीकी लालू प्रसाद यादव से ज्यादा बढ़ गई है यही वजह है कि जदयू ललन सिंह को ज्यादा तवज्जो न देकर उनको इशारों ही इशारों में कुछ समझना चाहती है. हो सकता है यह इशारा कुछ इस तरह का हो जिस तरीके का बीते दिनों इशारा जदयू के कद्दावर नेता रहे आरसीपी सिंह के लिए था. बहरहाल सच्चाई क्या है यह तो आने वाला वक्त बताएगा लेकिन नीरज कुमार के बयान ने इतना स्पष्ट कर दिया है कि जदयू के अंदर कुछ ना कुछ तो जरूर पड़ा है.