खगड़िया(KHAGARIYA): नीतीश कुमार की शराब बंदी को सरकारी कर्मी ही पलीता लगा रहे हैं . ऐसा तब प्रमाणित हुआ जब एक स्कूल में शराबी शिक्षक गिरफ्तार किया गया और उसने खुलेआम कहा कि मैं शाम में जरूर (शराब) लगाता हूँ. खगड़िया के अलौली प्रखण्ड के कोकराहा मध्यविद्यालय के ग्रामीण लंबे समय से शराबी शिक्षक से परेशान थे जिसको लेकर जिला परिषद सदस्य रजनीकांत को उन्होंने शिकायत की
स्कूल में हुई तालाबंदी
जिला परिषद सदस्य रजनीकांत ने ग्रामीणों के सहयोग से स्कूल में तालाबंदी कर दिया इसी बीच आरोपी शिक्षक शराब के नशे में स्कूल पहुंचा जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गयी और शराब के नशे में धुत्त शिक्षक गिरफ्तार कर लिया गया. जिसके बाद ब्रेथ एनलाईजर मशीन से शराब पीने की हुई पुष्टि पुलिस द्वारा की गई. अलैली थाना पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. वहीं गिरफ्तार होने के बाद शिक्षक ने कहा हां उसने शराब पीया है.
निलंबित होंगे शराबी शिक्षक
वहीं शिक्षक की गिरफ्तारी के बाद डीईओ ने नियोजन इकाई को शिक्षक को निलंबित करने का अनुक्षंसा किया है. शिक्षा विभाग की प्रतिष्ठा मटियामेट करने वाले शिक्षक की करतूत पर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि प्रखण्ड से सूचना प्राप्त हुई है कि अलौली मध्य विद्यालय में शिक्षक शराब पीकर चले आते हैं. इस मामले में विभाग को पत्र लिख चुके है. नियमानुसार शिक्षक को निलंबित करना पड़ेगा इसकी कारवाई की जा रही है. बिहार में शराबबंदी की सफलता पर भले ही ऑफफईसर्स सम्मानित हो रहे हो या सरकार अपनी पीठ थपथप रही हो परंतु कड़वी सच्चाई यही है कि बिहार में शराबबंदी सिर्फ फाइन वसूलने का जरिया बनता जा रहा. बहरहाल शिक्षक का शराब के नशे में गिरफ्तार होना नीतीश कुमार की शराब नीति की हकीकत बयां कर रहा है.