बिहार(BIHAR): बिहार के दीदार गंज में लोगों के बीच फंसे सीएम नीतीश कुमार. दीदार गंज में मुख्यमंत्री प्रकाश पुंज के निरीक्षण हेतु पहुंचे थे. निरीक्षण के बाद वापसी में नीतीश का रास्ता स्थानीय लोगों ने रोक दिया. हुआ यूं कि जब सीएम का काफिला वापसी को हुआ तो कुछ लोगों के आकार उनके काफिले को रोक लिया. बीच सड़क पर होते हंगामे को देख कर पुलिस अधिकारियों के भी पसीने छूट गए. आनन फानन में लोगों को वहां से हटाने की कोशिश पुलिस करती रही परंतु लोग वहीं डटे रहे. इसी बीच एक महिला ने सीएम की गाड़ी को रोक कर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा. इस घटना से एक ओर जहां प्रशासन के हाथ पाँव फूल गए वहीं ग्रामीणों ने भी हो हंगामा खड़ा कर दिया .
गाड़ी रोक कर सौंपा ज्ञापन
सीएम के काफिले में इस तरह सेंधमारी करना और गाड़ी रोककर ज्ञापन सौंपना जहां एक ओर बिहार के प्रशासन के छक्के छुड़ा दिया वहीं दूसरी ओर पालवी नारायण नामक महिला का कहना है कि प्रकाश पुंज के लिए हमारी जमीने अधिग्रहित की गई है. इसका मुआवजा अबतक हमें नहीं मिला है. हम कई बार इसके लिए आवेदन दे चुके हैं. पर कोई सुनवाई नहीं हुई. मजबूर होकर आज हमें सीएम को रास्ते में रोककर ये आवेदन देना पडा. जब मुख्यमंत्री का काफिला रोका गया तब उनके सुरक्षाकर्मियों में हड़कंप मच गई. हालांकि जब जमीन मालिक रंजीत कुमार और पल्लवी नारायण से पूछा गया कि आपने सीएम का काफिला क्यों रोका तो उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि “प्रकाश पुंज जिस जगह बना है उसमें हमारा लगभग 10 बीघा जमीन गया है जिसका मुआवजा आज तक हमें नहीं मिला है उसी का आवेदन हमने मुख्यमंत्री को दिया है”.
सड़क पर मचा हो हल्ला फिर निकाला गया सीएम का काफिला
इस घटना के बाद रंजीत और पल्लवी नारायण को पुलिस ने रास्ते से तो हटा दिया परंतु वो अपनी मांग पर अड़े रहे और पुलिस से भी नोक झोंक हुई. इसी बीच सीएम नीतीश कुमार का काफिला दीदार गंज से सकुशल निकाला गया. इस पूरी घटना में जहां एक ओर पुलिस महिला को हटाते हुए नियम कायदे कानून समझ रही थी तो वहीं दूसरी ओर महिला ने स्पष्ट चेतावनी दी की यदि उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वो आंदोलन करेंगी.