गया (GAYA) : पुलिस की बढ़ती दबिश के कारण अब नक्सली बैक फुट पर आ गए हैं. पुलिस लगातार नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला रही है. जिसमें पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. इस अभियान से सकारात्मक पहल देखने को मिल रहा है. इसी क्रम में दो हार्डकोर नक्सलियों ने हथियार के साथ पुलिस पदाधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण किया है. जिसके बाद पुलिस अधिकारियों ने भी फूल माला पहनाकर उनका स्वागत किया.
दो नक्सलियों ने किया समर्पण
इस मौके पर वरीय पुलिस अधीक्षक आशीष भारती ने बताया कि विगत कई माह से सीआरपीएफ, कोबरा, एसएसबी एवं जिला पुलिस के द्वारा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में लगातार अभियान चलाया जा रहा है. पुलिस अभियान से प्रभावित होकर आज दो नक्सलियों ने समर्पण किया है. इन्होंने दो राइफल एवं 57 जिंदा कारतूस के साथ आत्मसमर्पण किया है. आत्मसमर्पण नीति के तहत इनका स्वागत किया गया एवं मुख्यधारा से जुड़ने को लेकर सरकार से मिलने वाली योजनाओं का लाभ इन्हें दिलाया जाएगा.
जानिए कौन है ये नक्सल
आत्मसमर्पण करने वालों में प्रदीप सिंह भोक्ता और दिनेश भुईयां उर्फ उमेश शामिल हैं. प्रदीप सिंह भोक्ता पर गया और औरंगाबाद जिला के विभिन्न थानों में 11 मामले दर्ज है. जबकि दिनेश सिंह की भी कई नक्सल कांडों में पुलिस को तलाश थी. इन लोगों के द्वारा झारखंड के भी कई क्षेत्रों में नक्सली कांड को अंजाम दिया गया था. वर्ष 2019 में गया जिले के छकरबंधा पहाड़ी पर नक्सलियों के इकट्ठा होने की सूचना मिली थी. जिसके बाद एसटीएफ, सीआरपीएफ, कोबरा एवं जिला पुलिस के द्वारा अभियान चलाया गया. नक्सलियों ने आईडी विस्फोट किया था, जिसमें सीआरपीएफ के एक सब इंस्पेक्टर की मौत हो गई थी. जिसके बाद पुलिस लगातार इनके खिलाफ अभियान चला रही थी.