पटना: बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र की शुरुआत हो गई है. बीजेपी की सदस्यों ने सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही विधान परिषद के बाहर जोरदार हंगामा शुरू कर दिया है. सभी विधान परिषद के बाहर हाथों में पोस्टर लिए नजर आए. इस दौरान बीजेपी के सदस्यों ने राज्य में अपराध, भ्रष्टाचार और जातीय गणना में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग की है.
मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग
इन पांच दिवसीय शीतकालीन सत्र के दौरान बिहार सरकार को घेरने की रणनीति तैयार की गई है. जिसमे बिहार के अहम मुद्दों को उठाया गया है, जिसमे बिहार में बढ़ती अपराध की घटनाओं, भ्रष्टाचार और जातीय गणना के आंकड़ों में हेराफेरी का आरोप लगा रही बीजेपी सदन के भीतर और बाहर सरकार से जवाब मांग रही है. वही बीजेपी से सदस्य मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग कर रहे है.
पिछड़ा और अति पिछड़ा आबादी की भलाई की योजना
बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र के दौरान राज्यपाल द्वारा स्वीकृत की गई अध्यादेशों की प्रमाणीकृत प्रतियां सदन में रखी जाएगी. वहीं 7 और 8 नवंबर को राजकीय विधायक एवं अन्य राजकीय कार्य होंगे. इसी दिन जाति आधारित गणना के तहत आर्थिक सर्वे पेश किया जा सकता हैं. जाति गणना की रिपोर्ट 2 अक्टूबर को ही राज्य सरकार सार्वजनिक कर चुकी है. ऐसे में जातीय गणना जारी होने के बाद यह पहला सत्र है. ऐसे में इस मसले पर सरकार द्वारा बहस कराई जा सकती है.
जाति आधारित गणना की रिपोर्ट
बता दें कि आर्थिक सर्वेक्षण के आंकड़े समेत जाति आधारित गणना की पूरी रिपोर्ट विधानमंडल में पेश की जा सकती है. जाति आधारित गणना की रिपोर्ट में सभी वर्गों की डिटेल जानकारी ली गई है. जिसमें शैक्षणिक योग्यता, कार्यकलाप,आवासीय स्थिति, अ स्थाई प्रवासी स्थिति, कंप्यूटर / लैपटॉप उपलब्धता, मोटर यान,कृषि भूमि, आवासीय भूमि सभी स्रोतों के मासिक आय के आंकड़े एकत्रित किए गए हैं.