तमिलनाडु ( TAMILNADU) : तमिलनाडु से एक दिल दहलाने वाली खबर सामने आई है. जहां बिहारी मजदूरों को हिन्दी बोलने पर सजा दी जा रही है. उनके साथ हैवानियत की सारी हदें पार की जा रही हैं. बिहारियों के लिए तमिलनाडु में हिन्दी बोलना मानो जैसे गुनाह हो गया है, जो लोग हिन्दी बोल रहे हैं उन्हें एक-एक कर मारने की खबर सामने आई है. तमिलनाडु के अलग अलग जिलों से पिछले कुछ सप्ताह के दौरान मारपीट के कई वीडियो सामने आए हैं, जिसमें मजदूरों को सड़क पर दिन दहाड़े मारा जा रहा है. इतना ही नहीं जमुई के एक युवक ने बताया की वहाँ 12 मजदूरों को एक कमरे में ले जाकर फांसी के फंदे पर लटकाया गया है साथ ही कुछ मजदूरों के तो शरीर के अंग भी काटे गए हैं. अपनी जान बचाने के लिए यहां हजारों मजदूरों ने खुद को अलग-अलग कमरों में बंद कर लिया है, और वहाँ की पुलिस और प्रशासन उनकी मदद नहीं कर रही है. इन तमाम खबरों के सामने आने के बाद अब बिहार सरकार एक्शन में आ गई हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस खबर के बाद तुरंत बाद एक्शन लेते हुए ट्वीट कर अधिकारियों को इस मामले में जांच करने और मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित कर तुरंत कारवाई की मांग की है. सीएम ने ट्वीट कर लिखा है .....
मुझे समाचार पत्रों के माध्यम से तमिलनाडु में काम कर रहे बिहार के मजदूरों पर हो रहे हमले की जानकारी मिली है। मैंने बिहार के मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक को तमिलनाडु सरकार के अधिकारियों से बात कर वहां रह रहे बिहार के मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निदेश दिया है।
— Nitish Kumar (@NitishKumar) March 2, 2023
तमिलनाडु के चीफ सेक्रेटरी से और बिहार के DGP की बात
इस पूरे मामले के बाद बिहार के चीफ सेक्रेटरी ने ये जानकारी दी है कि बिहार के DGP ने तमिलनाडु के DGP से बात की है. उन्होंने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. बिहार के जो मजदूर वहां फंसे हैं उन्हें सुरक्ष दी जाएगी और घर तक पहुंचाने की कोशिश की जाएगी. हम लगातार वहां की सरकार के संपर्क में हैं.
विधानसभा में जमकर हंगामा
इसस पूरे मामले को लेकर अब विपक्ष नीतीश सरकार पर हमलावर हो रहे हैं. भाजपा ने विधानसभा में इस मुद्दे पर जमकर हंगामा किया, और सदन में सरकर से बिहारियों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े किए. उन्होंने तमिलनाडु में बिहारी लोगों की पिटाई, बेरोजगारी, पलायन को लेकर हंगामा किया और नीतीश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
रिपोर्टर - पूर्णिमा पांडे