नालंदा (NALANDA) : तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों के साथ हुए मारपीट को लेकर विपक्षी लगातार नीतीश सरकार पर निशाना साध रही है. बिहार बदलो यात्रा को लेकर शुक्रवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपी सिंह थरथरी प्रखंड पहुंचे. जहां उन्होंने लोगों से जनसंपर्क एवं जनसंवाद किया. इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों के साथ हो रही घटना की कड़ी निंदा की है.पूर्व केंद्रीय मंत्री ने आज नालंदा में पत्रकारों से कहा कि तमिलनाडु सरकार उन अपराधियों पर तत्काल कार्रवाई करें. साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बिहार के डीजीपी और गृह सचिव को तमिलनाडु भेजकर घटना की पूर्ण जानकारी लेने एवं उचित कारवाई करने की बात कही.
लालू यादव एवं नीतीश कुमार पर कटाक्ष
सीपी सिंह ने लालू यादव एवं नीतीश कुमार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बिहार में दोनों बड़े भाई एवं छोटे भाई की सरकार 33 वर्षों से है, इसके बावजूद बिहार मजदूरों की मंडी बनकर रह गई है. यहां कोई भी उद्योग धंधे एवं कारखाने नहीं लगाए गए हैं. यहां के मजदूर बिहार के बाहर जाकर मजदूरी करते हैं. वही आरसीपी सिंह ने नालंदा में G-20 को लेकर कहा कि G-20 की अध्यक्षता करना भारत के लिए गौरव का बात है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि जी-20 में एक पृथ्वी ,एक परिवार, एक भविष्य का जो थीम है उसकी काफी प्रशंसा हो रही है. दुनिया मे सबका कल्याण एवं भला हो, किसी का शोषण नहीं होना चाहिए.
क्या है बिहारी मजदूरों का पूरा मामला
तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों के साथ बर्बरता का मामला सामने आया है जिसमे ऐसी बातें सामने आई है कि बिहारी मजदूरों के हिन्दी बोलने पर उनके साथ मारपीट की जा रही है. वहां से लौट रहे मजदूर 15 से ज्यादा हत्याओं का दावा किया जा रहा है. मजदूरों के अनुसार कुछ महीने पहले तमिलनाडु के स्थानीय मजदूरों और बिहार के मजदूरों के बीच एक बैठक हुई थी. इसमें उन्हें चेतावनी दी गई थी कि मजदूरी 800 रुपये प्रतिदिन नहीं, 1200 से 1500 रुपये प्रतिदिन लेना है. जो ऐसा नहीं करेगा, उसे बुरा नतीजा भुगतना होगा. बिहार के मजदूरों ने इससे सहमति नहीं जताई. यही वजह है कि पिछले एक महीने से उन पर लगातार हमला हो रहे हैं. इस मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ट्वीट कर अधिकारियों को तुरंत कारवाई करने का आदेश दिया.
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