पटना(PATNA):बिहार में अपराध सरकार के नियंत्रण से बाहर है और यह विपक्ष बार-बार कह रहा है . इसी क्रम में आज विपक्ष के लोग सड़क पर उतर कर पूरे प्रदेश में मार्च किया है।इंडिया गठबंधन के सभी दल शामिल है . जबकि सत्ता में बैठे एनडीए बार बार लालू के शासन का याद दिलाकर जंगल राज्य से बेहतर स्थिति लाल के साथ कर खुद से पीठ तपने में लगे हुए हैं .
बढते अपराध को लेकर विपक्ष का विरोध मार्च
बिहार में हर दिन हो रहे हत्या ,लूट, रेप जैसी आपराधिक घटना हर दिन सुर्खियों में बना हुआ है . सरकार अपराध को नियंत्रित करने में करने में विफल नजर आ रहा है . एक तरफ जहां सरकार लगातार अधिकारियों को दिशा निर्देश देने के साथ साथ समीक्षा बैठक कर रहीं है . वही दूसरी तरफ बिहार में विपक्ष के लोग पूरे प्रदेश में सड़क पर उतरकर से विरोध कर रहे है . वैसे तो राज्य में हत्या, लूट, बलात्कार जैसे अपराधिक घटनाएं दर्जनों होती रही है . पर मामले तुल तब पकड़ा जब पूर्व मंत्री के पिता की हत्या हुई . हालांकि सरकार ने हाई प्रोफाइल इस हाई प्रोफाइल हत्या पर एक्शन तुरंत लिया और करीब करीब शालाखो के पीछे पहुंचा दिया है. घटनाओं में जबकि आम अपराध पर मामले ढाक के तीन पात बने हुए और अपराधियों का हौसला बुलंद है ,इसी बात को लेकर इंडिया में शामिल तमाम विपक्ष दलों में विपक्षी दलों ने प्रतिरोध मार्च निकाल कर सरकार पर हमला बोला है.
NDA के नेताओं ने कहा 15 साल पहले क्या थीं स्थिति
इधर बिहार की सत्ता में बैठे बिहार की सत्ता में बैठे हैं एनडीए एनडीए में शामिल में भाजपा, हम के नेताओं का कहना है लाल यादव और उनके पार्टी को अपने 15 साल के राज्य व्यवस्था पर बोलना चाहिए. वह जनता को सुशासन की अलग दिशा दिखाना चाह रहे हैं. कुल मिलाकर देखें तो बिहार में स्थिति यह है कि अपराध पर नियंत्रण सरकार सही में खो चुकी है. और विपक्षियों को उल्टा आईना दिखाकर उनकी बातों को दबाने की कोशिश में लगे हुए.