कैमूर(KAIMUR): मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 18 सितम्बर यानि कल बुधवार दिन कैमूर आएंगे. अपने एकदिवसीय दौरे के दौरान मुख्यमंत्री भगवानपुर में मां मुण्डेश्वरी वन्य प्राणी इको पार्क का उदघाटन, तेलहार कुण्ड जलप्रपात में पर्यटकीय सुविधाओं का उदघाटन, नुआंव प्रखंड में तियरा पम्प कैनाल योजना का भ्रमण, भभुआ एवं मोहनियां शहरों के लिए पेयजल जलापूर्ति योजना का शिलान्यास, चैनपुर प्रखंड में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग के योजनाओं के अंतर्गत कई योजनाओं का उदघाटन एवं शिलान्यास तथा अखिनी पंचायत के तियरा में विकासात्मक कार्यों का निरीक्षण एवं विभिन्न संचालित योजनाओं के लाभुकों को वितरण करेंगे.
इको टूरिज्म को बढ़ावा देगा मां मुण्डेश्वरी वन्य प्राणी ईको पार्क
मुख्यमंत्री बुधवार को मां मुण्डेश्वरी वन्य प्राणी इको पार्क का उदघाटन करेंगे. इस दौरान वह मां मुण्डेश्वरी मंदिर में दर्शन भी करेंगे. मुण्डेश्वरी मंदिर कैमूर जिले के पौरा पहाडी के उपर स्थित है.इस,मंदिर का निर्माण लगभग 108 ई .में हुआ था,और यह भारत के सबसे प्रचीनतम मंदिरों में से एक माना जाता है. पौरा पहाड़ी के नीचे पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के द्वारा 10.4 करोड़ की लागत से वन्य प्राणी ईको पार्क बनाया गया है.यह पार्क 13.6 एकड़ में फैला हुआ है। इस पार्क में विभिन्न वन्य प्राणी की प्रतिमाए लगाई गईं हैं, वृक्ष धर, मचान, पुल, बुद्ध सरोवर का जीर्णोद्धार, ओपन एयर थियेटर, गजेबो, फव्वारे, झरने, लाईट आदि लगाए गए हैं. ओपन थियेटर में 300-400 लोगों को एक साथ बैठने की व्यवस्था है.पूरे पार्क में स्वचालित स्प्रिंकलर लगाए गए हैं, जिससे पूरे पार्क को सिंचित किया जा सके और हरियाली को बरकरार रखा जा सके.मां मुण्डेश्वरी वन्य प्राणी इको पार्क हरे-भरे पेड़ों और खुबसूरत बागीचों से सुसज्जित ना केवल स्थानीय लोगों के लिए मंनोरंजन स्थल होगा बल्कि यह इको टूरिज्म को भी बढ़ावा देगा.
तेलहार कुण्ड जलप्रपात में बढ़ेगी पर्यटकों की संख्या
मुख्यमंत्री मां मुण्डेश्वरी वन्य प्राणी इको पार्क से ही तेलहार कुण्ड जलप्रपात में पर्यटकों की सुविधाओं का उदघाटन करेंगे. यह जलप्रपात भभुआ से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यहां का जलप्रपात लगभग 500-600 फीट की ऊंचाई से गिरता है जो देखने में बेहद मनमोहक और पर्यटकों को आकर्षित करता है.पर्यटकों को सुगमता को ध्यान में रखते हुए पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा 2.25 करोड़ रुपए की लागत से बिहार के सबसे गहरे जलप्रपात तेलहार कुण्ड में पर्यटकीय सुविधा जैसे: पहुंच पथ, प्रवेश द्वार, सुरक्षा रेलिंग, गजेबो, पार्किंग, बैरक, शौचालय, व्यू प्वाइंट आदि का निर्माण कराया गया है. इन सुविधाओं के विकास के बाद तेलहार कुण्ड जलप्रपात में पर्यटकों की संख्या में उतरोतर वृद्धि की संभावना है.
तियरा पम्प कैनाल योजना से कई गांवों को मिलेगी सिंचाई की सुविधा
मुख्यमंत्री की परिकल्पना है कि किसानों के हित के लिए हर संभव प्रयास किया जाए.इसी परिकल्पना के तहत मुख्यमंत्री बुधवार को नुआंव प्रखंड में तियरा में तियरा पम्प कैनाल योजना का भ्रमण करेंगे.जल संसाधन विभाग द्वारा इस योजना की स्वीकृति वर्ष 2018 में दिया गया था एवं मुख्यमंत्री के द्वारा धनेच्छा उच्च विद्यालय के प्रांगण में इस योजना का शिलान्यास किया गया था.इस योजना को पूरा होने से तियरा, अखिनी, चिंतामनपुर, जुझारपुर, तरैथा आदि गांवों को निर्बाध रुप से सिंचाई की सुविधा मिल गई है.
इसके अलावा मुख्यमंत्री भभुआ एवं मोहनियां के लिए पेयजल जलापूर्ति योजना का शिलान्यास करेंगे. इसके तहत दुर्गावती जलाशय, भीतरीबांध के पास संयुक्त रूप से 35 एमएलडी क्षमता का जल शोधन संयंत्र स्थापित कर शोधित जल को पाईप के माध्यम से 'टर्न की' के आधार पर कार्य कराकर भभुआ एवं मोहनियां शहरों में अवस्थित जलमीनारों तक शुद्ध पानी उपलब्ध कराना है. इस योजना में 198.58 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे.
मुख्यमंत्री चैनपुर प्रखंड में राजकीय अनुसूचित जनजाति +2 उच्च विद्यालय भवन निर्माण कार्य का शिलान्यास, रामगढ़ प्रखंड में 100 आसन वाले राष्ट्रीय कल्याण छात्रावास भवन का निर्माण कार्य का शिलान्यास एवं मोहनियां प्रखंड में बम्हौरखास पंचायत के लरिया गांव में सामुदायिक भवन सह वर्कशेड का उद्घाटन करेंगे. मुख्यमंत्री अखिनी पंचायत के तियरा में विकासात्मक कार्यों का निरीक्षण तथा विभिन्न संचालित योजनाओं के लाभुकों के बीच लाभ का वितरण करेंगे.इसके तहत जीविका, मुख्यमंत्री प्रखंड परिवहन योजना, उद्योग विभाग के मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, सामाजिक सुरक्षा विभाग की योजनाएं, बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर लाइट योजना एवं कृषि विभाग की एसएमएएम योजना के लाभुकों को लाभ वितरण किया जाएगा.जिला जनसंपर्क पदाधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर प्रशासन की तैयारी पूरी हो चुकी है तथा सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से अंतिम रूप दिया जा रहा है.