मोतिहारी(MOTIHARI): इन दिनों बिहार के कई जिले बाढ़ से त्रस्त है. नदियों का जलस्तर लोगों की जिंदगी तबाह कर रहा है. अब अपने घर को छोड़कर दुसरी जगह शरण लेनेवाले लोगों के सामने भूखे मरने की नौबत आ गई है. ताजा मामला मोतिहारी के सुगौली से आई है. जहां बाढ़ से कई परिवार एक सप्ताह से बेघर होकर रोड पर टेंट बनाकर रहने को मजबूर है. वहीं दुसरों से खाना मांगकर बच्चो का पेट भर रहे है. एक तरफ आपदा की मार तो दूसरी तरफ पेट की भूख लोगों की परेशानी को बढ़ा रही है.
प्रशासन मदद की जगह कर रहा महज खानापूर्ती
जिला प्रशासन लोगों की मदद के नाम पर चुडा,मीठा देकर अपनी जिम्मेदारी को पूरी करना मान रहे है. बाढ़ पीड़ितों के लिए एक दिन भी इलाके में कम्युनिटी किचन नहीं चलाया गया.पीछले कई दिनों से बाढ़ पीड़ित परिवार अपने परिजनों बच्चों के साथ सड़कों पर अपनी जिंदगी काट रहा हैं और खाने की व्यवस्था न होने से परेशान हैं. बारिश और धूप से बचने के लिए प्लास्टिक तो मिल गया है, लेकिन खाने के लिए पेट भर खाना या अनाज नहीं मिला है.
बाढ़ पीड़ितों के सामने भूखे मरने की स्थिति पैदा हो गई है
वहीं बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि कई दिनों से हमलोग सड़क पर हैं. बाढ़ आने से जलावन आदि सभी समाप्त हो गया है. अनाज भी बर्बाद हो गया है, जिसकी वजह से लोग भूखे मर रहे है, लेकिन विभाग द्वारा खाने की व्यवस्था नहीं करायी जा रही है.