पटना(PATNA): पटना स्थित मुख्य सचिवालय में बिहार के सीएम नीतीश कुमार की कैबिनेट की बैठक खत्म हो गई है. इस बैठक में कुल 11 एजेंडों पर मुहर लगी है. बिहार सरकार ने गृह विभाग, सामान्य प्रशासन विभाग, परिवहन विभाग, वित्त विभाग, मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग, विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग और स्वास्थ्य विभाग के महत्वपूर्ण प्रस्तावों को अपनी मंजूरी दी है.
मधुबनी के एसीजेएम को कदाचार के आरोप में सेवा से किया गया बर्खास्त
आपको बताये कि बिहार सरकार ने बिहार पुलिस के पीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके सिपाही रैंक के पुलिसकर्मियों को दूसरे राज्यों की तर्ज पर अनुसंधान करने की शक्ति प्राधिकृत करने के प्रस्ताव को स्वीकृति दी है.इसके साथ ही यौन शोषण के मामलों की जांच के लिए क्षेत्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला मुजफ्फरपुर और भागलपुर में डीएनए प्रशाखा की एक-एक यूनिट स्थापित करने के लिए राजपत्रित और अराजपत्रित कोटि के 14 पदों के सृजन की मंजूरी दी है. तो वहीं सीएम नीतीश कुमार ने मधुबनी के तत्कालीन एसीजेएम अशोक कुमार को गंभीर कदाचार के आरोप में सेवा से बर्खास्त कर दिया है.
राजकीय समारोह के रुप में 29 अप्रैल को भामाशाह की जयंती मनाने का फैसला
बिहार सरकार ने मोटरयान अधिनियम में संशोधन के प्रस्ताव को मंजूरी दी है. वहीं भामाशाह की जयंती राजकीय समारोह के तौर पर हर साल 29 अप्रैल को मानने का फैसला लिया हैं. जबकि कैबिनेट ने दरभंगा एम्स से जुड़े प्रोजेक्ट के लिए तीन अरब से ज्यादा की राशि खर्च के लिए प्रशासनिक स्वीकृति को मंजूरी दी है. बिहार सरकार राज्य प्रोटोकॉल संवर्ग के विभिन्न कोटि के 15 पदों के सृजन और बिहार प्रोटोकॉल संवर्ग नियमावली, 2023 को स्वीकृति दी है.