पटना(PATNA):बिहार में दूसरे चरण की हुई बहाली में चयनित 97,000 हजार शिक्षकों को पटना गांधी मैदान में नियुक्ति पत्र दिया गया.चयनित शिक्षकों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार,उपमुख्यमंत्री तेजश्वी यादव ने नियुक्ति पत्र बांटा.वहीं मौके पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार ने इतिहास रचा है.शिक्षा विभाग में नियुक्ति देकर समाज निर्माण का कार्य किया गया है.सभी शिक्षको को बहुत-बहुत बधाई.महिलाओं को प्रोत्साहित किया जा रहा है.
बिहार में जो बहाली हुई उसमे 51 फीसदी महिलाएं है
आगे सीएम ने कहा कि बिहार में जो बहाली हुई उसमे 51 फीसदी महिलाएं हैं.इतनी बड़ी संख्या में बहाली हो रही है,दो महीना पहले ही एक लाख बीस हजार बहाली की गई थी.बची हुई बहाली भी जल्दी होगी.बेहतर पढ़ाई हो इसके लिए यह किया जा रहा है.राजस्थान,हरियाणा,यूपी,दिल्ली, तेलंगाना,झारखंड,उड़ीसा,मध्यप्रदेश,चंडीगढ़,पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों के लोग यहां शिक्षक बने हैं.3 लाख 38 हजार नियोजित शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी.नियोजित शिक्षकों को सरकारी शिक्षक बनायेंगे.तीन बार सामान्य परीक्षा लेकर सरकारी शिक्षक बनाए जायेंगे नियोजित शिक्षक दस लाख बहाली की बात थी अबतक 3 लाख 63 हजार युवाओं को नौकरी दी गई है.जल्द ही बाकी पूरा किया जाएगा.पांच लाख युवाओं को रोजगार दिया गया है एक डेढ़ वर्ष में इसे भी पूरा करेंगे.दस लाख से ज्यादा की संख्या में बहाली होगी.हमलोग काम करते हैं,दुष्प्रचार नहीं करते हैं.2765 विद्यालय भवन,3530 अतिरिक्त क्लास बनाए गए हैं और इसके लिए 7,530 करोड़ आबंटित किए गए हैं.
तेजस्वी यादव ने कहा कि बहुत खुशी की बात है कि जो वादा किया था उसे पूरा कर रहे है
वहीं तेजस्वी यादव ने कहा कि बहुत खुशी की बात है कि जो वादा किया था उसे पूरा कर रहे हैं.सत्तर दिनों के अंदर 2 लाख नौकरी दी गई, यह मामूली काम नही है.दूसरे राज्यों को सीखना चाहिए कि कैसे यहां जो कहा जाता है उसे पूरा किया जाता है.सर्दी का मौसम है लेकिन कुछ लोगो का धुआं निकल रहा था.कुछ लोग कहते थे कि भगवान भी आ जाएं तो नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा नहीं मिलेगा.नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिया गया.दूसरे राज्यों से ही नहीं विदेशों से भी आकार यहां लोक शिक्षक बने हैं.बिहार के हित में लगातार काम करते रहेंगेमहागठबंधन का मॉडल है पढ़ोगे तो भी नौकरी मिलेगी और खेलोगे तब भी नौकरी मिलेगी.मेडल लाओ नौकरी पाओ की योजना लागू की गई है.मेहनत के बूते यहां सभी आए हैं, सभी बधाई के पत्र है.कलम बांटने वालों का नाम होना चाहिए लेकिन कुछ पत्रकार तलवार बांटने वाले का प्रचार करते हैं.जो दो करोड़ नौकरी देने का बात किए थे उनसे सवाल नही पूछा जायेगा.जहां इतनी नौकरी दी जा रही है वह क्या जंगल राज्य हो सकता है? महिलाओं को प्रोत्साहित किया जा रहा है.