पटना(PATNA):बिहार को आईटी सेक्टर का मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है.पटना में सूचना प्रौद्योगिकी विभाग और नैसकॉम के बीच MOU आईटी नीति 2024 के तहत हस्ताक्षर किया गया है. इस समझौते का उद्देश्य बिहार के युवाओं के लिए आईटी क्षेत्र में रोजगार सृजन करना है.
नैसकॉम समझौते के माध्यम से बिहार में आईटी सेक्टर के विकास में सहयोग करेगा
आपको बताये कि नैसकॉम, जो भारत में आईटी क्षेत्र की एक प्रमुख व्यवसायिक संगठन है, इस समझौते के माध्यम से बिहार में आईटी सेक्टर के विकास में सहयोग करेगा. इस संगठन में 3 हजार से अधिक आईटी कंपनियां शामिल हैं, जो बिहार को भारत में आईटी निवेश और रोजगार सृजन के पसंदीदा केंद्र के रूप में विकसित करने का प्रयास करेंगी.
यह समझौता बिहार के युवाओं के लिए आईटी क्षेत्र में नए अवसरों के द्वार खोलेगा
बिहार सरकार के मंत्री संतोष सुमन ने बताया कि आईटी कंपनियों को 5 वर्षों तक विभिन्न प्रकार के सहयोग प्रदान किया जाएगा. आईटी पॉलिसी के तहत, सरकार आईटी कंपनियों के वर्क प्लेस के 50% व्यय को वहन करेगी.इसके अलावा, बिजली के उपयोग के बिल का 25% भी सरकार द्वारा दिया जाएगा. इसके साथ ही, आईटी कंपनियों में कार्यरत कर्मचारियों के पीएफ में 50 हजार तक की राशि भी सरकार द्वारा दी जाएगी.यह समझौता बिहार के युवाओं के लिए आईटी क्षेत्र में नए अवसरों के द्वार खोलेगा और राज्य की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में मदद करेगा.