सहरसा(SAHARSA):शिवहर विधायक चेतन आनंद और पूर्व सांसद लवली आनंद का राजद छोड़कर जदयू में शामिल होने के कयासों पर पूर्व सांसद आनन्द मोहन ने विराम लगा दिया है. और कहा है कि लवली आंनद राजद में है और चेतन आनंद राजद का विधायक है इसे कौन मना कर रहा है.
सीएम के पंचगछियां गांव आगमन को लेकर कही ये बात
आंनद मोहन ने सवालिया लहजे में कहा कि हम जब जेल में थे तो हमारी कोई पार्टी हो सकती है क्या?अब आप लोग ही बताइये जब हम 16 साल से जेल में थे तो हमारी कोई पार्टी थी क्या. लवली आंनद की पार्टी है आरजेडी और चेतन आनंद विधायक है. इसे कौन मना कर रहा है. वहीं इनलोगों का पार्टी छोड़े जाने के सवाल पर कहाँ कि कौन पार्टी बदलने की कह रहा है. वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आगामी 27 अक्टूबर को पूर्व सांसद आनंद मोहन के गांव पंचगछियां आगमन को लेकर कयासों का बाजार गर्म है.
कार्यक्रम को लेकर आनंद मोहन ने कहा कि नीतीश कुमार जी कोई पहली बार हमारे घर आए है कि इसके पहले भी आए थे. गांधी जी मेरे गांव और घर आए, प्रधानमंत्री चंद्रशेखर जी, वीपी सिंह मेरे सहरसा स्थित घर आए,कई कई प्रधानमंत्री मेरे घर आये है मुख्यमंत्री जी मेरे घर आये हैं .उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि लालू जी हमारे घर नही आए है?मेरे यहां मंगनलाल मेमोरियल म्यूजिक कॉलेज का शिलान्यास तो लालू जी कर के गए थे,और जिसका अनावरण करने नीतिश जी आ रहे है उसका शिलान्यास करने लालू जी और शेखावत जी आये थे और नेपाल सरकार के मंत्री गजेंद्र बाबू आये थे आज अगर नीतीश जी आ रहे है तो इसपर विवाद की क्या जरूरत है.
सीएम के दौरे का कोई राजनीतिक मायने नहीं-आनंद मोहन
एक व्यक्ति जिसको कोसी का गांधी कहा जाता है,एक व्यक्ति 1942 का युवा क्रांतिकारी था,ब्रह्मचारी दल के नाम से ,अंग्रेज कांपते थे,उस कोसी के गांधी राम बहादुर बाबू की प्रतिमा का अनावरण है,उस प्रखर स्वतंत्रता सेनानी पद्मानंद सिंह ब्रह्मचारी जो मेरे बड़े बाबूजी थे,उनकी प्रतिमा का अनावरण है,इसमें कौन-सा राजनीति चल रही है. उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि सीएम के दौरे का कोई राजनीतिक मायने नही,यह मात्र स्वतंत्रता सेनानी के प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम है.