मोतीहारी(MOTHIHARI): जिलें के मुख्यालय स्थित राधा नगर में विश्व का पहला रुद्राक्ष शिवलिंग का मंदिर बेहद ही अनूठा है. कहा जाता है कि 5 लाख रुद्राक्ष से बने इस शिवलिंग पर एक बार रूद्राभिषेक करने से 4 लखरॉव (लाखों वृक्षों की सेवा करना) करने का फल मिलता है.
20 फुट ऊंचा है शिवलिंग
उसके अलावा यहां श्रावन मास के प्रत्येक सोमवार को प्रातः 8 बजे से भगवान शिव की मुखाकृति में 20 फुट ऊंचे 5 लाख रूद्राक्ष से बने शिवलिंग का रूद्राभिषेक स्वयं आचार्य द्वारा निःशुल्क कराया जाता है. इस मंदिर की यह खासियत है कि यहां सब कुछ नि:शुल्क होता है. जहां तक दान के रुप में पैसे भी नही चढ़ाना है.
हर मनोकामना होती है पूर्ण
आज सावन महीने का तीसरी सोमवारी है. यहां भक्तों का तांता लगना शुरू हो चुका है. शिवभक्त मंदिरों में शिवलिंग पर जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक कर भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना कर रहे हैं, साथ ही मन्नते मांग रहे हैं. यहां भक्त, शिवभक्ति में लीन नजर आ रहे हैं और हर-हर महादेव के जयकारों से पूरा शिवालय गुंजयामान है. ऐसा माना जाता है कि पूजा-पाठ और रूद्राभिषेक करने वाले भक्तों पर भगवान भोलेनाथ की विशेष कृपा होती है. वहीं मंदिर के संस्थापक एवं आचार्य डा. शम्भू नाथ सिकारिया ने बताया कि यह शिवलिंग विश्व का पहला रुद्राक्ष का शिवलिंग है, यह शिवलिंग 5 लाख रुद्राक्ष से बने हुए हैं. इस शिवलिंग पर एक बार रूद्राभिषेक करने से 4 लखरॉव का फल मिलता है.
रिपोर्ट-ऋषि नाथ