नालंदा (NALANDA) : सास और बहु के एक साथ परीक्षा देने की अनोखी कहानी सामने आई हैं. जिसे जानकार आप भी कहेंगे की अब महिलायें शिक्षा को लेकर जागरूक हो रही है. आदर्श चंडी मध्य विद्यालय में एक सास के साथ चार बहुओं बुनियादी महा परीक्षा देने पहुंची. नालंदा में रविवार को 548 परीक्षा केंद्रों पर बुनियादी साक्षरता परीक्षा का आयोजन किया गया. इस परीक्षा में 10980 में से 9698 नव साक्षर महिलाएं शामिल हुई. इस महापरीक्षा के लिए जिले के संकुल संसाधन केंद्र को परीक्षा केंद्र बनाया गया था. सास सिवारती देवी ने बताया कि वह अपनी 4 बहुओं के साथ बुनियादी साक्षरता परीक्षा में शामिल हुई है। पिछले 6 महीने से वे लोग लिखना एवं पढ़ना सीख रहे थे. अब उन्हें जोड़ घटाव भी आ गया है. उन्होंने कहा कि घर के काम निपटाने के बाद वे लोग परीक्षा देने के लिए सेंटर पहुंचे हैं.
क्या है बुनियादी साक्षरता परीक्षा
बिहार सरकार की तरफ से राज्य के महिलाओं के लिए एक योजना चलायी जाती हैं. राज्य सरकार की तरफ से चलाई गयी यह योजना अक्षर आंचल योजना हैं. यह योजना राज्य के ऐसी महिलाएं जो अनपढ़ हैं जिसे पढना लिखना नहीं आता हैं उने लिए चलाया जाता हैं. अक्षर आंचल योजना के तहत इन सभी महिलाओं को बुनियादी शिक्षा प्रदान कर साक्षर बनाया जाता है. उसके बाद अक्षर आंचल योजना के तहत शिक्षा पारपत कर रही महिलाओं को सरकार के तरफ से एक प्रमाण पत्र भी दिया जाता हैं. डीपीओ साक्षरता अनिल कुमार ने कहा कि परीक्षा में पास करने वाले सभी नवसाक्षरो को एनएसवाई का सर्टिफिकेट दिया जाएगा. इसके परीक्षाफल में पास या फेल होने जैसे मार्क नहीं रहेंगे. लेकिन अन्य मार्क दिए जाएंगे जैसे अच्छा, संतोषजनक और सुधार के लायक होंगे.