पटना (PATNA) : बिहार सरकार द्वारा जारी किए गए जातीय गणना के आंकड़ों को लेकर अब बयानबाजी तेज हो गई. विपक्षी पार्टी लगातार इसपर हमलावर है. विरोध ऐसा की पटना में इसके खिलाफ पोस्टर तक लगा दिए गए है. इन सब के बीच सीएम नीतीश कुमार ने बैठक बुलाई है. ये बैठक आंकड़ों पर चर्चा के लिए रखी गई है. इस बैठक में बिहार के 9 दलों के नेता शामिल होंगे.
सारे राजनीतिक दलों के नेता बैठक में होंगे शामिल
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सर्वदलीय बैठक में सभी दलों के लोगों के सामने जातीय गणना से संबंधित आंकड़ों का प्रेजेंटेशन देंगे. बताया दें कि जातीय गणना की रिपोर्ट जारी होने के बाद नीतीश कुमार ने कहा था कि राज्य सरकार ने जातीय गणना की रिपोर्ट जारी कर दी है लेकिन आगे क्या कदम उठाया जायेगा, इस पर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है. इसके लेकर एक बैठक रखी जाएगी. बिहार के सारे राजनीतिक दलों को बैठक में आमंत्रण भेजा गया है. इसमे राज्य सरकार के अधिकारी जातीय जनगणना पर प्रेजेंटेशन देंगे. जिसके बाद ही आखिरी फैसला लिया जाएगा.
जातीय गणना के विरोध में पोस्टर
बिहार में जाति आधारित गणना रिपोर्ट जारी करने के बाद इसका विरोध इस प्रकार है कि बीजेपी ता कौशल कुशवाहा की ओर से पटना में पोस्टर लगवाए गए है. इस पोस्टर पर लिखा हुआ है कि कुशवाहा विरोधी नीतीश तेजस्वी की सरकार, बिहार सरकार द्वारा जारी की गई जाति आधारित सूची भेदभाव , त्रुटि पूर्ण और कुशवाहा समाज की आबादी को कम दिखलाने की साजिश की गई है. जिसे हम पुरजोर विरोध करते हैं, केंद्र सरकार से मांग करते हैं की साजिश का पोल खोलने के लिए जल्द से जल्द सही जाति जनगणना करा कर सही आंकड़ा प्रस्तुत करें. कुशवाहा समाज के बेटा सम्राट चौधरी से तुम लोग इतना डर गए की जातीय जनगणना में ही घोटाला करवा दिया.
जानिए क्या कहता का आंकड़ा
जातीय जनगणना के आंकड़ों के हिसाब से बिहार में पिछड़े वर्ग की आबादी-27 फीसदी, अत्यंत पिछड़ों की आबादी-36 फीसदी, अनुसूचित जनजाति-1.68 और अनुसूचित जाति की आबादी-18.65 है. यदि इन आंकड़ों को हम जातिवार देखने की कोशिश करें तो यादव-14 फीसदी, ब्राह्मण-3.36, राजपूत-3.45,भूमिहार-2.86, मुसहर-3,कुर्मी-2.87, मल्लाह- 2.60, कुशवाहा- 4.21, रजक-0.83, कायस्थ-0.060 है.