Ranchi- झारखंड के पहले सीएम के रुप में बाबूलाल मरांडी के द्वारा छोड़ा गया डोमिसाइल का तीर अब भी झारखंड की राजनीति में अपना वजूद बनाये हुए है. हालांकि वक्त के साथ बाबूलाल ने अपने ही तीर अब तौबा कर लिया है और भूलकर भी उस डोमिसाइल की चर्चा नहीं करते, जिसकी आग उन्होंने खुद लगायी थी, हालांकि डोमिसाइल आन्दोलन के उनके साथी रहे बंधू तिर्की, चरमा लिंडा अब भी अलग अलग दलों में रहकर आज भी उस आन्दोलन की अलग जगाये हुए हैं और इसी मुददे पर जब तब बाबूलाल को सवालों के घेरे में खड़ा भी करते रहते हैं.
लेकिन राजनीति की बेहद दिलचस्प तस्वीर यह भी है कि जिस बाबूलाल ने डोमिसाइल की राजनीति कर नवजात झारखंड में हिंसा का पहला दौर शुरु किया, उस डोमिसाइल मैन को जब अपने लिए एक अदद प्रेस सलाहकार की जरुरत पड़ी तो उसके दिल में किसी आदिवासी-मूलवासियों का ख्याल नहीं आया और बेहद ही आसानी से उस सुनील तिवारी को अपना प्रेस सलाहकार स्वीकार किया, जिस पर बाद में एक आदिवासी-मूलवासी युवती के साथ यौन शोषण की शिकायत दर्ज हुई. खुंटी की उस युवती ने वाजाप्ते अरगोड़ा थाना में इसकी शिकायत भी दर्ज करवायी. हालांकि उस मामले की जांच कहां तक आगे बढ़ी यह भी एक गंभीर सवाल है.
बहन बेटियों की अस्मत लूटने वालों के लिए सुरक्षा की मांग
लेकिन अब उसी सुनील तिवारी के लिए सुरक्षा की मांग कर विवादों में फंसते नजर आ रहे हैं, झामुमो अब बाबूलाल की राजनीति पर सवाल खड़े कर रही है, झामुमो महासचिव सुप्रियो ने इस बाबूलाल पर तंज कसते हुए कहा है कि एक यौन शोषण आरोपी के लिए सुरक्षा की मांग कर बाबूलाल राजनीति में कौन सा मानक स्थापित कर रहे हैं. आखिर एक पूर्व सीएम किस राजनीतिक मजबूरी में वैसे व्यक्ति के लिए सुरक्षा देने की मांग करने पर मजूबर है, जिससे हमारी बहन बेटियों की अस्मत को गंभीर खतरा है. क्या भाजपा अब यौन शोषण के आरोपियों को सुरक्षा प्रदान करने लिए हमारे जवानों को लगायेंगी. एक यौन शोषण आरोपी की सुरक्षा के लिए भाजपा की यह बेचैनी भाजपा की जनविरोधी राजनीति का पर्दाभाश कर रही है. एक ऐसा आदमी जिसकी गिरफ्तारी के लिए उसे आन्दोलन चलाना चाहिए था, वह बार बार सुरक्षा की मांग कर रही है, पांच पांच पन्नों का आवेदन दे रही है. यही है बाबूलाल का आदिवासी मूलवासी चेहरा.
सीएम हेमंत के खिलाफ रेप का आरोप लगाने वाली मॉडल ने भी सुनील तिवारी पर लगाये गंभीर आरोप
यहां यह भी याद रहे कि सीएम हेमंत पर जब मुम्बई की एक मॉडल ने रेप और अपहरण का मामला दर्ज करवाय था, तब भी इस सुनील तिवारी का नाम उछला था, क्योंकि बाद में उक्त मॉडल का एक वीडियो क्लीप वायरल हुआ था जिसमें मॉडल ने सुनील तिवारी, निशिकांत दुबे और बाबूलाल पर से अपनी जान को खतरा बतलाया था, दावा किया जाता है कि उक्त मॉडल पर सीएम हेमंत के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए दवाब बनाय गया था, और इसी दवाब में मॉडल ने आरोप लगाया था, लेकिन बाद में मॉडल ने ने सुनील तिवारी, निशिकांत दुबे और बाबूलाल पर आरोपों का पिटारा खोल कर मामले की गंभीरता को खत्म कर दिया.