रांची(RANCHI)- प्रदेश भाजपा के करीबन सारे शीर्ष नेताओं की टीम आज राजधानी रांची के धुर्वा थाने में पहुंची है. इन नेताओं में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश, विधायक सीपी सिंह, विधायक नवीन जायसवाल, विधायक समरी लाला और दीपक बड़ाईक का नाम शामिल है.
सचिवालय घेराव के बाद 14 अप्रैल को जारी हुआ था नोटिस
दरअसल सचिवालय घेराव के दिन कार्यपालक दंडाधिकारी उपेंद्र कुमार के बयान पर धुर्वा थाना में बाबूलाल मरांडी, रघुवर दास, संजय सेठ, डॉ निशिकांत दुबे, समीर उरांव, सुनील कुमार सिंह, अर्जुन मुंडा, विधायक अमित मंडल और विरंची नारायण, श्यामनंदन ओझा, महामंत्री पांकी, आरती कुजूर, प्रदीप मुखर्जी जमशेदपुर, विकाश कुमार पाण्डेय, शत्रुघ्न सिंह, पांकी पलामू, दिलीप कुमार सिंह गंगय खुर्द गोड्डा, अनीता सोरेन प्रदेश कार्य समिति,कुमकुम देवी महिला मोर्चा प्रदेश प्रवक्ता,मुनचुन राय,कामेश्वर सिंह धुर्वा, उमेश यादव,अमित भैया उर्फ अमित कुमार जामताड़ा,बिरेंद्र यादव, सिमडेगा, कमलेश राम बी०आई०टी० मेसरा, ललित ओझा,नीलम चौधरी, के0के0 गुप्ता,साघु मांझी,पॉकी पलामू, कुलवंत सिंह बिंटी प्रदेश कार्य समिति सदस्य, विमल मरांडी, जिला अध्यक्ष एस०टी० मोर्चा दुमका,अशोक कुमार, आनंद यादव, रमेश सिंह, त्रिलोचन कुमार पासवान,रमेश नाथ तिवारी, संजु पाण्डेय,संजीव कुमार सिंह, अमर नाथ कुमार सिंह,ब्रजकांत केसरी, दीपक बडाईक,गुंजन यादव जमशेदपुर के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. इन सबों पर भीड़ को उकसाने, हिंसा फैलाने के आरोप हैं. इसी मामले में 14 अप्रैल को धुर्वा थाने के द्वारा नोटिस जारी कर इन नेताओं को बुलाया गया था.
भाजपा नेताओं का सभी आरोपों से इंकार
हालांकि इन नेताओं के द्वारा अपने उपर लगाये सभी आरोपों से इंकार करते हुए दावा किया गया है कि भाजपा कानून का पूरी तरह से सम्मान करती है, घेराव के समय प्रदर्शनकारियों के द्वारा किसी प्रकार की कोई तोड़फोड़ नहीं की गयी, हमारा उद्देश्य मात्र हेमंत सरकार की जनविरोधी नीतियों को सामने लाना था और आगे भी इस प्रकार की कार्रवाई जारी रहेगी.
11 अप्रैल को किया गया था सचिवालय घेराव
यहां बता दें कि बीते 11 अप्रैल को भाजपा की ओर से सचिवालय घेराव किया गया था, करीबन 20 हजार की भीड़ धुर्वा स्थित प्रभात तारा मैदान में जुटी थी. प्रभात तारा मैदान से प्रर्दशनकारियों का जत्था सचिवालय घेराव को निकला था. इस बीच प्रर्दशनकारियों के द्वारा पत्थरबाजी की शुरुआत हो गयी, दावा किया जाता है कि भाजपा नेताओं के द्वारा पुलिस कर्मियों पर पानी के बोतल भी फेंके गये थें. इस पत्थरबाजी में एक प्रशिक्षु आईएएस सहित एक पत्रकार को भी गंभीर चोट आयी थी.
पुलिस लाठीचार्ज में कई प्रर्दशनकारी भी घायल
हालांकि इस पत्थरबाजी के बाद पुलिस की ओर से हल्का लाठीचार्ज भी हुआ था जिसमें कई प्रर्दशनकारियों के भी घायल होने की खबर आयी थी. जिनका इलाज राजधानी रांची स्थित पारस अस्पताल में किया गया था.