टीएनपी डेस्क(TNP DESK): हरेक देश की अपनी-अपनी करंसी होती है, उसका अपना नाम होता और कीमत होती है. इसे उदाहरण के तौर पर समझे तो भारत में रुपया, चीन में युआन,अमेरिका में डॉलर और बांग्लादेश में टका. दुनिया के हर देश में अपनी-अपनी मुद्रा होती है. जिसके वजूद से ही उस देश की अर्थव्यवस्था चलती है. देशों में चलने वाली इस करंसी को आप देख-छू और जमा कर सकते हैं. इसकी अपनी अहमियत,कीमत और वजूद है. वही क्रिप्टो करंसी पर गौर फरमाएं, तो यह डिजिटल दुनिया मे एक नई करंसी है, जिसे न हम देख सकते हैं और न ही छू सकते हैं. क्योंकि जैसा नाम से है क यह डिजिटल फॉर्म में है. जिसे दुनिया क्रिप्टोकरेंसी के नाम से जानती है.
क्रिप्टो करंसी क्या है ?
आज दुनिया मे क्रिप्टो करेंसी किसी पहचान की मोहताज नहीं है . बल्कि इसके जरिए लोग अकूत दौलत बनाने की सोचते हैं. दरअसल, क्रिप्टो करेंसी एक ऐसी करंसी है, जो कंप्यूटर एल्गोरिथम पर बनी होती , जिसे किसी भी देश की सरकार लागू नहीं करती और न ही किसी देश,राज्य या किसी अथॉरिटी का इसका वश होता है. दूसरे शब्दों में कहे तो यह एक स्वतंत्र मुद्रा है, जो डिजिटल रुप में होती है, इसके लिए क्रिप्टोग्राफी का प्रयोग किया जाता है. समान्य करंसी की तरह, क्रिप्टोकरंसी से किसी भी तरह के सामान खरीद या बेच सकते हैं।
क्रिप्टो की शुरुआत और इतिहास
क्रिप्टो करंसी की शुरूआत या इसका इतिहास को जाने तो, जापान के सतोषी नाकमोतो नामक इंजीनियर ने साल 2009 इसका इस्तेमाल किया . पहली क्रिप्टो करेंसी का नाम बिटकॉइन था . हालांकि, उस वक्त सफलता कुछ खास नहीं मिली . लेकिन, कुछ समय बाद यह काफी पॉपुलर हुई, इसकी कीमत आसमान छूने लगी और धीरे-धीरे यह पूरी दुनिया में फैल गई।
क्रिप्टो करंसी के प्रकार
आज क्रिप्टो का इतना प्रचलन और मांग है कि इसकी संख्या मार्केट में 1000 के पार हो गई है. लेकिन, इनमें से कुछ क्रिप्टोकरंसी की मांग काफी है, और आज यह काफी महंगे हो गये हैं. कुछ ऐसी ही क्रिप्टोकरंसी की हम नाम जानते हैं और चर्चा करते हैं.
बिटकॉइन
बिटकॉइन दुनिया की सबसे पॉपुलर और महंगी क्रिप्टोकरेंसी है. मुख्य रुप से इसका इस्तेमाल बड़े-बड़े सौदों में किया जाता है.
सिया कॉइन
सियाकॉइन को एससी के नाम से भी जाना जाता है, अगर इसके प्रचलन और मांग को जानते तो बिटकॉइन क बाद सियाकॉइन का नंबर आता है।
लाइटकॉइन
सबसे पहले लाइटकॉइन साल 2011 में आया था , इसके जन्मदाता चार्ल्स ली थे. यह क्रिप्टोकरंसी भी बिटकॉइन की तरह ही है, जोकि विकेन्द्रित भी है और साथ ही पीर टू पीर टेक्नॉलिजी के तहत काम करती है.
डैश
इस डिजिटल करंसी को, दो शब्दों डिजिटल और कैश को मिलाकर बनाया गया है. इस क्रिप्टोकरेंसी को बिटकॉइन की तुलना में अधिक विशेषताओं के साथ शुरु किया गया है. इसमे सुरक्षा को अधिक महत्व दिया जाता है . इसमे एक विशेष प्रकार की एल्गोरिथम और टेक्नॉलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है. इन पॉपुलर क्रिप्टो करेंसी के अलावा मेटाकेड,फेंटम,अलगोरेंड,रिप्पल,सोलाना,कार्डनो समेत कई क्रिप्टो है, जो मार्केट में काफ़ी पॉपुलर है.
क्रिप्टो करेंसी का भविष्य
क्रिप्टोकरेंसी को लेकर तरह -तरह की अटकले सामने आते रहती है. लेकिन, दुनिया के बाजार में जिस तरह इसकी लोकप्रियता और मांग बढ़ी है. इससे तो ये नहीं कहा जा सकता की आने वाले वक़्त में ये खत्म हो जायेगा. इसका भविष्य धूमिल रहेगा. आज लोग पेमेंट के तौर पर क्रिप्टोकरेंसी स्वीकार कर रहे है. बिटकॉइन और एथीरियम जैसे क्रिप्टो ने दौलत निवेशकों को बना कर दी है. लिहाजा, आने वाले वक़्त में इसे नाकाराना और खत्म हो जाने जैसी बात कहना जल्दबाजी होगी.
रिपोर्ट: शिवपूजन सिंह