Ranchi-भगवान बिरसा मुंडा का जन्म स्थल उलिहातू पहुंचे पीएम मोदी के कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों से उनका काला बैग, काली टोपी और काला टी शर्ट उतारे जाने की खबर आयी है. सुरक्षाकर्मियों के द्वारा इस बात की चेतावनी दी जा रही है कि आप काला टी शर्ट, काली टोपी और काले बैग के साथ कार्यक्रम स्थल की ओर नहीं जा सकते हैं. और इसके साथ ही उनकी काली टोपी, काला टी शर्ट और काला बैग को उतारा जा रहा है. सुरक्षा कर्मियों के इस फरमान के बाद वैसे लोगों के लिए मुश्किल खड़ी हो गयी जो प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में काला टी-शर्ट पहन कर पहुंचे थें. क्योंकि अब तो उनके सामने सिर्फ एक ही विकल्प था कि वह गंजी पहनकर पीएम मोदी का दर्शन करें.
आदिवासी सेंगेल अभियान की ओर से विरोध प्रर्दशन की दी गयी थी चेतावनी
दरअसल आज ही आदिवासी सेंगेल अभियान की ओर से आज सरना धर्म कोड और आदिवासी राष्ट्र की मांग के समर्थन में विरोध प्रर्दशन की घोषणा की गयी थी, और दावा किया गया था कि इस मांग के समर्थन में पीएम मोदी के समझ आत्मदाह भी किया जा सकता है. माना जाता है कि आदिवासी सेंगेल अभियान प्रमुख सालखन मुर्मू की इस घोषणा के बाद ही यह एहतियात बरती गयी और काली टोली, काला बैग और काला टी शर्ट रोक लगा दी गयी
ध्यान रहे कि कल ही पुलिस ने सरना धर्म कोड और आदिवासी राष्ट्र की मांग के समर्थन में आत्मदाह की धमकी देने के आरोप में आदिवासी सेंगेल अभियान के चार कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की थी, जिसके बाद सेंगेल अभियान के प्रमुख और पूर्व भाजपा सांसद सालखन मुर्मू के द्वारा सरकार के इस कदम को संविधानिक प्रावधानों का उल्लंघन बताया गया था, सालखन मुर्मू का दावा था कि सरकार जोर जबरदस्ती कर आदिवासी समाज के आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है, लेकिन इन चंद कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी से यह आन्दोलन रुकने वाला नहीं है. सरना धर्म कोड और आदिवासी राष्ट्र की मांग पूरा होने तक यह आन्दोलन जारी रहेगा.
विभिन्न जिला मुख्यालयों पर आदिवासी सेंगेल अभियान की ओर से अनशन और विरोध प्रर्दशन का कार्यक्रम
उन्होंने कहा है कि राज्य के विभिन्न जिला मुख्यालयों पर आज अनशन और विरोध प्रर्दशन होगा, जबकि वह खुद और आदिवासी सेंगेल अभियान के कोल्हान प्रमुख सुमित्रा मुर्मू जमशेदपुर स्थित साकची गोलचक्कर पर अनशन और विरोध प्रदर्शन करेंगे. सालखन मुर्मू ने दावा किया कि सरना धर्म को कोड की मांग को दरकिनार कर आदिवासी समाज की आवाज और पहचान को दबाने की साजिश रची जा रही है, हमें एक सुनियोजित षडयंत्र के तहत हिन्दू बनने को मजबूर किया जा रहा है, जबकि आदिवासियों का अपना स्वतंत्र धर्म है, हम किसी भी हालत में हिन्दू नहीं है, आदिवासी समाज को हिन्दू, मुस्लिम और ईसाई धर्मों में से किसी एक को चुनने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता, यह हमारी धार्मिक स्वतंत्रता का घोर उल्लंघन और मानव अधिकार का हनन है. सालखन मुर्मू ने कहा कि हम अभी भी आशा करते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी धरती आबा बिरसा मुंडा के जन्म दिन पर हमें सरना धर्म कोड का सौगात भेंट करेंगे. जिसके कि आदिवासी समाज भी दूसरे धर्मालंबियों की तरह स्वतंत्र रुप से अपने धर्म और परंपराओं का पालन कर सके. ध्यान रहे कि कल ही प्रशासन के द्वारा आदिवासी सेंगल अभियान के चार कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है. दावा किया जा रहा है कि यह सभी आज उलिहातू जाकर प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम में आत्म दाह करने की तैयारी कर रहे थें. आरोपियों की पहचान चन्द्र मोहन मार्डी, विक्रम हेम्ब्रम, कान्हूराम टुडू और पृथ्वी मुर्मू के रुप में की गयी है.
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