टीएनपी डेस्क (TNP DESK)- पिछले तीन महीने से दो समुदायों के बीच जारी हिंसा के कारण सुर्खियों में रहा मणिपुर से अब आदिवासी महिलाओं के साथ सामूहिक बलात्कार की खबर आयी है. भीड़ के द्वारा दो महिलाओं का नग्न परेड करवाने का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
चार मई की है वारदात
दर्ज प्राथमिकी के अनुसार यह सनसनीखेज वारदात 4 मई की है, दर्ज प्राथमिकी में भी इस बात का दावा किया गया है कि कांगपोकपी जिले में स्थित आदिवासी कूकी बहुल गांव बी. फीनोम को उस दिन करीबन एक हजार की भीड़ ने घेर लिया था, जिसके बाद गांव में आगजनी और लूट की शुरुआत होती है, एक एक घर को आग के हवाले किया जाता है, भीड़ के इस अमानवीय रुप को देखकर ये महिलाएं जंगल की ओर भाग जाती है, उनके साथ दो पुरुष भी होते हैं, इस बीच वहां प्रशासन भी पहुंचता है, और इन महिलाओं और पुरुषों को अपने शरण में लेता है, लेकिन अचानक से भीड़ पुलिस बल पर भी टूट पड़ता है और दो महिलाओं को अपने साथ खींच कर ले जाने में कामयाब हो जाता है, बाद में इनके साथ सामूहिक बलात्कार की घटना को अंजाम दिया जाता है, जब इस सामूहिक बलात्कार से भी भीड़ का गुस्सा शांत नहीं होता तो इन महिलाओं का नग्न परेड करवाया जाता है.
18 मई तक नहीं दर्ज हुई प्राथमिकी
लेकिन चार मई से लेकर 18 मई तक इस घटना की प्राथमिकी भी दर्ज नहीं होती, आखिरकार लम्बे संघर्ष के बाद 18 मई को प्राथमिकी तो दर्ज कर ली जाती है, लेकिन किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होती, जबकि वीडियो फूटेज में कई चेहरें साफ साफ देखे जा रहे हैं. अब जब यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, खुद सुप्रीम कोर्ट ने मामले का संज्ञान लिया है, और सरकार को फटकार लगायी है. इसे लोकतंत्र पर काला दाग करार दिया है, सरकार हरकत मे आती दिख रही है, तीन महीने की हिंसा के बाद आखिरकार पीएम मोदी ने अपनी चुप्पी तोड़ी है, और इस अमानवीय घटना को शर्मसार करने वाला बताया है.
झारखंड में बन सकता है चुनावी मुद्दा
साफ है कि इस घटना का असर झारखंड की राजनीति पर भी पड़ेगा, इस आदिवासी बहुल राज में आदिवासी महिलाओं के साथ इस अमानवीय कृत्य को चुनावी मुद्दा बनाया जायेगा, भाजपा को घेरने की कोशिश की जायेगी.
ध्यान रहे कि अभी चंद दिन पहले ही एक आदिवासी युवक पर पेशाब किये जाने का वीडियो पर सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. उसके बाद आदिवासी संगठनों की ओर बवाल काटा गया था, भाजपा कार्यालय का घेराव किया गया था, अब जबकि हिंसा पीड़ित मणिपुर से आदिवासी महिलाओं के साथ सामूहिक बलात्कार और नग्न कर परेड करवाने का वीडियो वायरल हो रहा है, आदिवासी समाज में एक बार फिर से गुस्से की लहर है.